-डीएम ने की टाटा पावर-डीडीएल के प्रयासों एवं तालमेल की सराहना
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में राज्य स्तरीय बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनज़र गत 17 मार्च को जनपद के कई क्षेत्रों में बिजली गुल होने के कारण पानी का संकट पैदा हो गया, तब टाटा पावर-डीडीएल के 30 अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया, जिन्हें मुजफ्फरनगर रवाना किया गया। इस 30 सदस्यीय टीम में 03 एजीएम, 06 इंजीनियरों के अलावा 12 लाइनमैन एवं 12 सहायक लाइनमैन शामिल थे। साथ ही, टीम को सुगमतापूर्वक काम करने में सहायता के लिए पीपीई, टूल्स, सीढ़ियां, जांच के उपकरण और कुछ अन्य महत्वपूर्ण सामान भी उपलब्ध कराया गया था।
इस टास्क फोर्स की प्रमुख जिम्मेदारी जिले के शहरी इलाकों में बिजली सप्लाई बहाल करना था। टीम टाटा पावर-डीडीएल सभी तरह के इंतज़ाम के साथ 18 मार्च की रात में मुजफ्फरनगर पहुंची और जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी को उनके कार्यालय में रिपोर्ट किया। जिलाधिकारी के साथ बैठक के बाद टीम को प्राथमिकता वाले इलाकों तथा सब स्टेशनों की जानकारी दी गई। इसके आधार पर हमने 06 टीमों का गठन किया। प्रत्येक टीम में 01 इंजीनियर को शामिल किया गया था। टीम के एक सदस्य शिवेन्द्र सिंह को डीएम कंट्रोल रूम में समन्वय के लिए तैनात किया गया। बेहतर तालमेल तथा काम को सुगम तरीके से संपन्न करने के लिए एक व्हट्सऍप ग्रुप बनाया गया और सभी टीम सदस्यों तथा मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन को इसमें शामिल किया गया। एजीएम/सीएसएल विकास शांडिल्य तथा एजीएम/सीओएस विनोद कुमार फील्ड पर मौजूद थे, ताकि किसी भी प्रकार की ज़मीनी समस्या आने पर उनका निपटारा कर सकें। ट्रांसमिशन इंजीनियरों एवं अन्य संबंधित पक्षों के साथ टैक्निकल कम्युनिकेशन को सुगम बना सकें।
इन स्थानों पर टीम ने किया वर्क
मीडिया प्रवक्ता ने बताया, कुल 06 स्थानों पर पेड़ों को छांटे जाने (ट्रिमिंग) की जरूरत थी और 01 जगह पर पेड़ बिजली की तारों पर गिरा था। इन सभी बाधाओं को एक-एक कर दूर किया गया। एक जगह पर 33 केवी का डिस्क इंसुलेटर टूटा पाया गया और एक अन्य स्थार पर 11 केवी कंडक्टर भी टूटा मिला। कुछ स्थानों पर जानबूझकर तोड़-फोड़ के चिह्न भी मिले, जैसे कि एक स्थान पर किसी ने 33 केवी केबल एंड बॉक्स को ड्रिल कर दिया था, जिसे अस्थाई रूप से बहाल किया गया।
टास्क फोर्स की तैनाती पर डीएम ने की प्रसन्नता ज़ाहिर
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने टाटा पावर-डीडीएल द्वारा इतने कम समय में कुशल तरीके से टास्क फोर्स की तैनाती पर प्रसन्नता ज़ाहिर की। साथ ही, उन्होंने टीम टाटा पावर-डीडीएल के प्रयासों एवं तालमेल की सराहना की और टास्क फोर्स के सदस्यों को सम्मानित करते हुए उन्हें स्मृति-चिह्न एवं शॉल भेंट की।
महत्वपूर्ण क्षेत्र तथा 33 केवी फीडर्स
सिटी अस्पताल, ट्रांसपोर्ट नगर, जिला अदालत, रुड़की रोड, न्यू रुड़की रोड, नुमाइश कैंप, 66 केवी सुजडू, एपीडीआरपी फीडर व नई मंडी।