विमानन नियामक DGCA ने अपने नियमों में कुछ बदलाव किया है। DGCA ने अपने एक आदेश में कहा है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा-संवेदनशील कार्य करने वाले एयरट्रैफिक कंट्रोलर्स, विमान रखरखाव इंजीनियरों और कर्मियों में से कम से कम 25 फीसदी को हर रोज ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट से गुजरना होगा। नियमों में किए गए बदलाव आगामी जून से लागू किए जाएंगे। बता दें कि वर्तमान में 10 फीसदी एयरट्रैफिक कंट्रोलर्स और स्टॉफ को इस टेस्ट से गुजरना पड़ता है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी DGCA के एक सीनियर अधिकारी ने गुरुवार को बताया, “सुरक्षा के स्तर को और बढ़ाने के लिए और हवाई अड्डों पर हवाई यातायात और जमीनी गतिविधियों में वृद्धि को देखते हुए एक प्रभावी कदम” के रूप में नियम में बदलाव किया गया है। उन्होंने आगे कहा, “डीजीसीए ने शराब की खपत का पता लगाने के लिए विमान रखरखाव, एटीसी सेवाओं, हवाई अड्डा संचालन और ग्राउंड हैंडलिंग सेवाओं जैसे सुरक्षा संवेदनशील कार्यों में लगे कर्मियों की बीए परीक्षा की प्रक्रिया में बदलाव किया है।”
इसके अलावा नियामक ने यह अनिवार्य किया है कि बदलाव किए गए नियम समय आवश्यक तैयारी के लिए दिए गए समय के साथ तीन महीने में प्रभावी होगा। इन परीक्षणों के संचालन के लिए केवल अधिक ईंधन सेल प्रौद्योगिकी आधारित बीए उपकरण का उपयोग किया जाएगा।