– जय जय भवानी जय जय शिवाजी का घोष करते श्रीगायत्री शक्तिपीठ कसार से रवाना हुआ दल
बहादुरगढ़। पानीपत युद्ध में व उसके बाद जीवन पर्यन्त सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले मराठा सरदार दादा मोहनजी राव के वंशजों का एक दल मराठा शौर्य दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए रवाना हुआ, जय जय भवानी जय जय शिवाजी का घोष करते युवा सिर पर भगवा टोपी ,हाथ मे भगवा ध्वज लिए शौर्य स्थल तक गये।
मराठा शौर्य की मिशाल पानीपत के तीसरे युद्ध में करीब सवा लाख शहीदो को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित होने वाले मराठा शौर्य दिवस मे शामिल होने वाले दल का नेतृत्व एडवोकेट राहुल देव मुदगल ने किया , श्रीगायत्री शक्तिपीठ से रवाना हुए दल को हर हर महादेव के जय घोस के साथ ध्वज थमा कर आचार्य पंडित हुकमचंद मुदगल व डॉक्टर सत्यप्रकाश मुदगल ने रवाना किया। शौर्य स्थल से लाई गई रज के पूजन के बाद दादा मोहनजी राव द्वार बसाई बस्ती कसार का स्थापना दिवस मनाया गया,इसी स्थान पर मराठा सरदार मोहनजी राव ने युद्ध के बाद पडाव डाला व जीवन पर्यन्त आतत्येयो से लोहा लेते रहे
मराठा योद्धाओ के वंशजो का प्रतिनिधित्व करने वालो मे मुख्य रूप से दयानंद भगत रमता चंदरमणि पंच,अमित मुदगल , नवीन पंडित,सुधीर मुदगल,अनुज मुदगल,देवांग मुदगल,तेजस मुदगल,दीपांशु,संजय मुदगल व योगेश योगी शामिल रहे।