देश के सबसे बडे़ अर्धसैनिक बल CRPF में नकली ट्रैक सूट से जुड़ा मामला सामने आया है । हालांकि इस मामले की जानकारी जैसे ही सीनियर अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने सख्त कार्यवाही करते हुए 6 से अधिक अफसरों व कर्मचारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया । इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है । बता दें कि 8 अप्रैल को नोएडा स्थित CRPF के ग्रुप में सीआरपीएफ वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन (CWA) द्वारा संचालित परिवार कल्याण केंद्र पर अनाधिकृत तौर से ट्रैक सूट की बिक्री हो रही थी ।
CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट राहुल सोलंकी ने CWA अध्यक्ष और DIG ग्रुप सेंटर को अपनी लिखित शिकायत की थी कि जवानों को सप्लाई होने वाले ट्रैक सूट को ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है । बल के उच्च आदर्शों को धक्का पहुंचा है। जवानों की आर्थिक सुरक्षा को चोट पहुंची है। ट्रैक सूट पर एक प्रतिष्ठित ब्रांड का नाम लिखा है । ट्रैक सूट वाले पैकेट पर ‘देश की वर्दी’ लिखा है। शिकायत के साथ 1600 रुपये के बिल की स्लिप लगाई गई है। शिकायत करने वाले अधिकारी ने यह दावा किया कि यह ट्रैक सूट नकली है । इस मामले की विस्तृत जांच की जाए । सूत्रों ने बताया कि जब मामले की जांच की गई तो असिस्टेंट कमांडेंट के द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए । जिसके बाद मामले को लेकर अफरा- तफरी मच गई । जिसके बाद मामले से जुड़े लोगों पर तत्काल कार्रवाई कर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया । नियम है कि CWA केंद्र पर वही उत्पाद बेचे जा सकते हैं, जिन्हें केंद्र के सदस्य खुद बनाते हैं। केंद्र पर ट्रैक सूट तो नहीं बनाया जाता। इस मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला, CWA केंद्र पर ट्रैक सूट बेचने की इजाजत किसने दी है। ग्रुप सेंटर पर CWA केंद्र, वहां के डीआईजी की पत्नी की देखरेख में चलाए जाने का नियम है। यानी CWA जीसी की अध्यक्ष की अनुमति से ही कोई सामान केंद्र पर बेचा जा सकता है।