बता दें कि, प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार आज यानी गुरुवार सुबह तक प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 344 पहुंच गई है, जिसमें 40 नए मरीज शामिल हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग और सरकार की चिंताएं भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देशभर में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3,016 मामले दर्ज किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पिछले छह महीनों में ये कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं। बीते साल दो अक्टूबर को कोरोना के 3,375 केस सामने आए थे।
कोरोना वायरस की स्थिति देखते हुए मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने निर्देश जारी किए है, कि कोविड 19 के सूचित होने वाले स्थानों पर कोविड 19 की सैंपल कराई जाए। लखनऊ ,कानपुर ,आगरा ,प्रयागराज, गोरखपुर ,वाराणसी में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा है कि, इन जिलों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के लिए कहा है। वहीं, इसी कड़ी में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी लोगों को आश्वस्त किया है कि, कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हमारी तैयारी पूरी है। उन्होंने कहा कि कोई घबराने की बात नहीं है, स्थिति पूरी नियंत्रण में है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिर से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों ने यूपी सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जिसके चलते कोविड को लेकर प्रदेश के छह जिलों में अलर्ट जारी किया गया। साथ ही कोविड की तैयारियों को परखने के लिए 11 से 12 अप्रैल को मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इसके निर्देश मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने दिए है।