मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ‘यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट’ (UNLF) के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने से राज्य में शांति और प्रगति का एक नया दौर शुरू हुआ है।
यूएनएलएफ मणिपुर का सबसे पुराना उग्रवादी संगठन है, जिस पर बहुसंख्यक मैतेई समुदाय का प्रभुत्व है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बुधवार को लिखा, “ आज नयी दिल्ली में माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कुशल नेतृत्व में यूएनएलएफ के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर संभव हुआ।”
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी सूझबूझ और निरंतर मार्गदर्शन से, मणिपुर में शांति और प्रगति का एक नया युग शुरू हुआ है। राज्य में वृद्धि और विकास का एक नया दौर शुरू हो रहा है, क्योंकि बहुत से लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के प्रति अपना विश्वास जताया है।”
यूएनएलएफ के प्रतिनिधियों ने नयी दिल्ली में गृह मंत्रालय और मणिपुर सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत समूह पर प्रतिबंध के बाद इस महीने की शुरुआत में इसे पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया था।
शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद लोगों के एक वर्ग ने इंफाल पूर्व और पश्चिमी जिलों के कई स्थानों पर जश्न मनाया।