उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए जेडीयू ने बड़ा दांव चला है. पार्टी ने राज्य में केसी त्यागी की जगह धनंजय सिंह को अहम जिम्मेदारी दी है. पार्टी के ओर से धनंजय सिंह को यूपी में जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. नीतीश कुमार की पार्टी के इस फैसले को अब बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
यूपी में केसी त्यागी की जगह पर धनंजय सिंह को जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. धनंजय सिंह को अहम जिम्मेदारी मिलने से लोकसभा चुनाव में जेडीयू को मजबूती मिलने की संभावना है. धनंजय दो बार विधायक और एक बार जौनपुर से सांसद भी रह चुके हैं. धनंजय सिंह को जिम्मेदारी देने के फैसले को पूर्वांचल में जेडीयू के विस्तार से जोड़ कर देखा जा रहा है. दरअसल, धनंजय सिंह पूर्वांचल से ही आते हैं.
वहीं जौनपुर लोकसभा सीट भी पूर्वांचल का ही हिस्सा है. अभी राज्य के इस हिस्से की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले इसे नीतीश कुमार का नया दांव माना जा रहा है. यूपी की एक दर्जन लोकसभा सीटों पर कुर्मी वोटर महत्वपूर्ण भूमिका में हैं. इन एक दर्जन सीटों में से ज्यादातर सीटें पूर्वांचल में पड़ती है. ऐसे में इसका फायदा जेडीयू को हो सकता है. हालांकि धनंजय सिंह की गिनती पूर्वांचल के बाहुबलियों में होती रही है.
बता दें कि धनंजय सिंह ठाकुर समाज से आते हैं. वर्तमान में इस ठाकुर वोटर्स को बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है. हालांकि जेडीयू ने ये फैसला ऐसे वक्त में लिया है जब लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू और सपा के बीच गठबंधन के संकेत मिल रहे हैं. इससे पहले बीते यूपी विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह को जेडीयू ने अपना प्रत्याशी भी बनाया था.