केंद्र ने बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की किसी भी योजना को खारिज कर दिया है, जो उसके प्रमुख सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) की मुख्य मांग रही है। इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल ने जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया है। RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा ने कहा कि नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम विशेष राज्य का दर्जा लेकर रहेंगे।
राजद ने एक्स पोस्ट में लिखा कि बिहार को नहीं मिलेगा विशेष राज्य का दर्जा!- संसद में मोदी सरकार। इसके बाद लिखा कि नीतीश कुमार और JDU वाले अब आराम से केंद्र में सत्ता का रसास्वादन करते हुए ‘विशेष राज्य के दर्जे’ पर ढोंग की राजनीति करते रहें! सरकार ने आज संसद में साफ कर दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता। खबरों के मुताबिक केंद्र सरकार ने संसद में इसका लिखित जवाब दिया है। योजना सहायता के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा अतीत में राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) द्वारा कुछ राज्यों को प्रदान किया गया था, जिनमें कई विशेषताएं थीं जिन पर विशेष विचार की आवश्यकता थी।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि यह निर्णय ऊपर सूचीबद्ध सभी कारकों और राज्य की विशिष्ट स्थिति के एकीकृत विचार के आधार पर लिया गया था। इससे पहले, विशेष श्रेणी के दर्जे के लिए बिहार के अनुरोध पर एक अंतर-मंत्रालयी समूह (आईएमजी) ने विचार किया था, जिसने 30 मार्च, 2012 को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। आईएमजी ने निष्कर्ष निकाला कि मौजूदा एनडीसी मानदंडों के आधार पर, विशेष श्रेणी के दर्जे का मामला बिहार के लिए नहीं बना है।