दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार देर शाम तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया। वह कथित शराब घोटाला मामले में जेल में बंद थे।
सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 जून तक अंतरिम जमानत दी है। केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद भाजपा सांसद मनोज तिवारी की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।
मनोज तिवारी ने कहा कि सीएम केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय उनकी दुर्दशा और उनके चेहरे पर घोटाले के दाग को स्पष्ट चित्रित करता है। उनको कुछ दिनों के लिए सशर्त छोड़ा गया है। शर्त यह है कि ना तो वह मुख्यमंत्री कार्यालय जा सकते हैं, ना सचिवालय जा सकते हैं और ना ही भ्रष्टाचार के इस केस की जांच कर रहे अधिकारियों से बात कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जमानत की शर्तों से यह साफ है कि कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर कालिख लगाकर के उन्हें भेजा है, क्योंकि वह पहले ही विश्वसनीयता खो चुके हैं और अब ये मुहर लग चुकी है कि भ्रष्टाचार बहुत बड़ा है। अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचारी हैं। उनको सशर्त कुछ दिनों के लिए छोड़ा गया है कि वह जाकर चुनाव प्रचार करें।
उन्होंने कहा कि हम यह सोच रहे हैं कि सीएम केजरीवाल अब जनता को क्या मुंह दिखाएंगे, क्योंकि जनता तो यह सोच रही थी कि उन्हें बेल मिल जाएगी। कुछ दिनों के लिए बेल तो मिली, मगर शर्त के साथ। उन्हें कहा गया है कि जाओ प्रचार कर लो, लेकिन चेहरे पर एक ऐसी कालिख है, जिसके बाद जनता को और भी विश्वास हो जाएगा कि हम जिस केजरीवाल को जानते थे, वह कट्टर भ्रष्टाचारी निकले, जिनको वापस 2 जून को तिहाड़ जेल चला जाना होगा। अरविंद केजरीवाल 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर 16-17 दिन के लिए जेल से बाहर आए हैं।