सीएम योगी ने कहा कि सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा।सभी विभागों की आय बढ़े इसके लिए अपने संसाधनों का इस्तेमाल करना होगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में और अधिक सुधार के प्रयास होने चाहिए। व्यवस्था को इतना पारदर्शी बनाएं। जिससे कि प्रदेश में व्यापार कर रहे किसी भी व्यक्ति के मन भय न व्याप्त हो। उन्होंने कहा कि यूपी में ग्रीन एनर्जी का हब बनाने को प्लान तैयार किया जा रहा है। जिसमें बड़े महानगरों को अलग-अलग सेक्टर्स के हब के रूप में डेवलप किया जाएगा।
सीएम योगी ने कहा, यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थ व्यवस्था बनाना हमारा मिशन है। शहर और गांवों में होने वाले हर निर्माण कार्य का डाटा हमारे पास होना चाहिए। इस व्यवस्था के साथ रजिस्टर्ड होने वाले निर्माण कार्यों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त करें। कृषि, धार्मिक पर्यटन, विनिर्माण और आईटी एंड आईटीईएस हमारे कोर सेक्टर्स हैं। इसके अलावा एनर्जी, हेल्थ, शहरी विकास, शिक्षा, फूड प्रसेसिंग, एमएसएमई सेक्टर्स पर भी हमे विशेष फोकस करने की जरूरत है। यूपी के पोटेंशियल के हिसाब से सेक्टरवार रणनीति तय करते हुए बड़ा लक्ष्य हासिल किया जाएगा। इसके लिए 5 साल की डेडलाइन है।