भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने राज्य में विदेशी निवेश के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ उनकी हाल की स्पेन यात्रा पर हुए विवाद पर गुरुवार को कड़ी प्रतिक्रिया दी।
यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि वह यह तय करने के लिए स्वतंत्र हैं कि वह कहां जाएंगे।
उन्होंने कहा, “मैं आजाद इंसान हूं। मैं न तो विधायक हूं और न ही सांसद। मैं किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ नहीं हूं। मैं जहां चाहूं, वहां जाऊंगा। सभी को समान अधिकार है। मेरे लिए कोलकाता या दिल्ली या स्पेन एक समान हैं।”
गांगुली ने अपनी स्पेन यात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल में एक कंपनी द्वारा निवेश की घोषणा की, जिससे वह जुड़े हुए हैं। इस बात पर सवाल उठ रहे थे कि जब वही घोषणा कोलकाता में की जा सकती थी तो उन्हें स्पेन से यह घोषणा क्यों करनी पड़ी।
इस सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए गांगुली ने कहा कि वह इस मामले में किसी के प्रति जवाबदेह नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है। इसलिए, मैं किसी के प्रति जवाबदेह नहीं हूं। हम सभी सामाजिक प्राणी हैं। हमें कहीं भी जाने और किसी से भी मिलने का अधिकार है। हम अपने घर में बंद नहीं रह सकते।”
अपने स्पेन दौरे के दौरान गांगुली ने कहा था कि प्रवक्ता होने के अलावा उनकी दूसरी पहचान भी हैं।
गांगुली ने कहा था, “हालांकि मैं हमेशा खेल से जुड़ा रहा हूं, मैं एक व्यवसायी परिवार से हूं। लगभग 35 साल पहले मेरे दादाजी ने कोलकाता में एक पारिवारिक व्यवसाय स्थापित किया था। उसय उन्हें राज्य सरकार से सहयोग भी मिला था। पश्चिम बंगाल हमेशा वैश्विक निवेश को आमंत्रित करता है।”