लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 22 जनवरी को अयोध्या के राममंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह, उत्तर प्रदेश दिवस, मकर संक्रांति और गणतंत्र दिवस की तैयारियों की बृहस्पतिवार को समीक्षा की और कहा कि यह अवधि राज्य की ‘वैश्विक छवि’ चमकाने के लिए भी एक अवसर है।
उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति से गोरखपुर में खिचड़ी मेला और प्रयागराज में माघ मेला शुरू हो रहा है। फर्रुखाबाद में भी प्राचीनकाल से कल्पवास की व्यवस्था है। इसी माह 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन है, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के लिहाज से आने वाला समय अत्यंत संवेदनशील है। ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने होंगे, यह समय प्रदेश की ‘ग्लोबल ब्रांडिंग’ (वैश्विक छवि) के लिए भी अच्छा अवसर है।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर माघमेला की तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं। माघ मेले का पहला स्नान 15 जनवरी को होगा। उन्होंने कहा कि हर श्रद्धालु-हर कल्पवासी अपने व्रत-संकल्प की पूर्ति अपनी आस्था अनुरूप कर सकें, इसके लिए हमें अच्छी व्यवस्था देनी होगी, उनकी जरूरतों का ध्यान रखना होगा। साधु-संतों और कल्पवासियों से संवाद बनाएं। भूमि-आवंटन बेहतर ढंग से करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन प्रयागराज कुम्भ 2025 का पूर्वाभ्यास है। प्रयागराज माघ मेले में प्रयास हो कि श्रद्धालुओं को कम से कम पैदल चलना पड़े।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में खिचड़ी मेले की सुरक्षा के लिए पूरे क्षेत्र को सुपर जोन/जोन में बांटकर कार्ययोजना लागू की जाए। हर सुपर जोन की जिम्मेदारी अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को दें। जगह-जगह जन उद्घोषणा प्रणाली, अग्नि सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह और उसके बाद अयोध्या आने वाले हर मार्ग को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में तैयार किया जाए। कहीं भी अतिक्रमण न हो।
अपरिहार्य स्थिति को छोड़ कहीं भी कोई वाहन न खड़ा हो। यदि ऐसा होता हुआ पाया जाये तो उस वाहन को तत्काल क्रेन से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस का समारोह है। उसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस है। पूरे प्रदेश को इससे जोड़ा जाए।