रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने रविवार को अनवर ढेबर से पूछताछ के बाद 2 हजार करोड़ शराब घोटाला होने का दावा किया। प्रेस रिलीज में बताया कि होटल कारोबारी अनवर ने किस तरह से शराब की अवैध बिक्री के जरिए 2 हजार करोड़ की धोखाधड़ी की है। इस खुलास के बाद आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर बड़ा बयान दिया है।
मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 2 हजार करोड़ का शराब घोटले की बात पूरी तरह से झूठ है। बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए ईडी को भेजा है। वहीं ईडी ने आज तक यह नहीं बताया है कि कार्यवाही में क्या मिला, कितना मिला ये सब सार्वजनिक क्यों नहीं करती है। सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्व में बढ़ोतरी हुई भारत सरकार ने आबकारी विभाग को क्लीनचिट दिया था फिर घोटाला कैसे हुआ।
ईडी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि अनवर ढेबर ने राजनीतिक और प्रशासनिक दखल के चलते आबकारी विभाग में अपने करीबी अधिकारी विकास अग्रवाल और अरविन्द सिंह की नियुक्ति करवाई। वहीं निजी डिस्टिलर्स, एफएल-10 ए लाइसेंस धारकों, आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, जिला स्तर के आबकारी अधिकारियों, मैन-पावर सप्लायर्स, ग्लास बाटल मेकर, होलोग्राम मेकर, कैश-कलेक्शन वेंडर से लेकर कारोबार की पूरी शृंखला को नियंत्रित किया। इस पूरे रैकेट के जरिए कमीशन की वसूली की गई।
जांच के दौरान पता चला कि 2019 से 2022 के बीच राज्य में शराब की करीब 30-40 फीसदी अवैध बिक्री हुई है। इसके जरिए 1200-1500 करोड़ रुपए की अवैध वसूली हुई। इस बारे में ईडी को पुख्ता जानकारी लगातार छापेमारी कर इनपुट एकत्रित किए गए। इसके बाद अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर उसे पूछताछ के लिए 4 दिन की रिमांड पर लिया गया। ईडी ने रिमांड आवेदन में बताया कि किस तरह से इस पूरे खेल को चलाया जा रहा था।