मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को छात्रों ने अपनी तमाम मांगों को लेकर हंगामा, प्रदर्शन कर विरोध जताया। छात्रों ने कहा कि विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं का रिजल्ट अब तक नहीं आया। वहीं छात्रों की फीस वापसी के मुद्दे पर विवि प्रशासन खामोश है। छात्रों का शोषण किया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर छात्रों ने हंगामा प्रदर्शन कर धरना दिया। छात्रों के हंगामे के बीच विवि के रजिस्ट्रार धीरेंद्र वर्मा मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत कराया।
छात्रों ने कहा कि एनईपी विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं जून में हुई थी, लेकिन उनका रिजल्ट अभी तक घोषित नही हुआ है। सम सेमेस्टर की परीक्षा मे अगले सेमेस्टर में छात्रों को प्रमोट नहीं किया गया है। न ही पिछले साल की फीस कॉलेजों ने अब तक रिफंड की है। पिछले साल का फीस रिफंड दिए बिना कॉलेजों ने इस सत्र की फीस लेना शुरू कर दिया है।
छात्रों से एडमिशन के समय फीस रिफंड होने का शपथ पत्र ले रहे हैं। कॉलेज पूरी तरह फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। जबकि विश्विद्यालय मे नवम्बर 2022 मे परीक्षा समिति की बैठक मे रिजल्ट देरी से आने पर औपबंधिक प्रवेश कराने ओर प्रोन्नति ने मिलने पर फीस वापसी के लिए नियम बना था। विनीत चपराना, अंकित अधाना पूर्व महामंत्री छात्र संघ सहित इस्माइल कॉलेज , मछारा डिग्री कॉलेज , कनोहर लाल डिग्री कॉलेज, एन ए एस डिग्री कॉलेज सहित कई कॉलेजों के छात्र मौजूद रहे।
छात्रों ने बताईं अपनी ये मांगें
1. गत वर्ष सम सेमेस्टर के बाद अगले वर्ष प्रोन्नति न मिलने वाले छात्रों की कॉलेजों को आदेश कर फीस वापस कराई जाए इसके लिए तत्काल कदम उठाए जाए
2. एनईपी विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं का रिजल्ट शीघ्र घोषित करा जाए
3. एनईपी सम सेमेस्टर की परीक्षाओं का रिजल्ट 30 अक्टूबर तक घोषित किया जाए
4. सम सेमेस्टर के बाद अगले सेमेस्टर मे प्रोन्नति न मिलने पर फीस वापस न करने के शपथ पत्र लेने वाले कॉलेजों पर कार्यवाही की जाए
5. यूजीसी के नियम अनुसार प्रत्येक सेमेस्टर मे 90 दिन कक्षाओं का संचालन करने के पाश्चता ही परीक्षाओं का आयोजन किया जाए
6. रिजल्ट के बिना कॉलेजों मे प्रवेश के लिए बाध्य नहीं किया जाए कॉलेज विलंब शुल्क न ले इसके लिए आदेश जारी किए जाए।
7. एनईपी मे छात्रों की मदद के लिए यूजीसी के निर्देश पर सारथी की नियुक्ति की जाए
8. स्किल डेवलपमेंट विषय मे छात्रों के गलत कोड भरे जाने से अब्सेंट आ गई है जबकि उन्होंने सही कोड की परीक्षा भी दी हुई है उनकी अब्सेंट ठीक कराई जाए।
9. कॉलेज छात्रों के छूटी हुई इंटरनल परीक्षाएं नही करा रहे है कॉलेजों को आदेश जारी किए जाए।
10. कॉलेजों मे स्किल डेवलपमेंट विषय की परीक्षाएं तो हुई है लेकिन न तो एमओयू करे गए है न ही सर्टिफिकेट मिले है इसके लिए कॉलेजों पर कार्यवाही की जाए।