CBI ने आरोपियों के लखनऊ और जौनपुरके ठिकानों पर छापा मारा। 52 लाख रुपए कैश बरामद किया। लॉकर की चाबी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए। नॉर्दन रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरीश कुमार को रिश्वत देने वाले वीरेंद्र तोमर और प्रशांत तोमर को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों जौनपुर के कोसीकलां के रहने वाले हैं।
CBI के प्रवक्ता के अनुसार उत्तर रेलवे, लखनऊ के लोक सेवकों और ठेकेदारों सहित 10 आरोपियों के खिलाफ 7 नवंबर को केस दर्ज किया गया था। CBI को जानकारी मिली थी कि टेंडर में फेरबदल करने के लिए कुछ अधिकारी रिश्वत ले रहे हैं। रिश्वत लेने देने का खेल उत्तर रेलवे कार्यालय में चल रहा था।
जौनपुर के तोमर कंस्ट्रक्शन के मालिक वीरेंद्र तोमर और उनका बेटा प्रशांत तोमर हैं। CBI को जानकारी मिली कि दोनों डिप्टी चीफ इंजीनियर हरीश कुमार को पांच लाख रुपए रिश्वत देने वाले हैं। CBI ने रिश्वत का लेन देन करते हुए दबोच लिया। CBI आज यानी 9 नवंबर को कोर्ट में पेश करेगी।
8 नवंबर को CBI जैसे ही निर्माण विभाग में पहुंची। कर्मचारी घबराकर बाहर निकल आए। अफसर कुछ समझ पाते सीबीआई की टीम निर्माण कार्यों से जुड़ी फाइल अपने कब्जे में ले लिया। तीन घंटे तक जांच के बार कर्मचारी और अधिकारियों को कमरे जाने दिया गया।