– निकाय चुनाव प्रभारी प्रमोद आर्य उर्फ अन्ना ने संभाली कमान
– चुनाव की रणनीति बनाकर कस्बे में हाथी को दौड़ाने का लक्ष्य
खतौली। नगर निकाय चुनाव का मुकाबला दिन प्रतिदिन खड़ा होता जा रहा है। गठबंधन और भाजपा के गणित को बसपा का हाथी पैरों तले रोन सकता है। जनता ने हाथी की जीत के लिए इजहार किया है। जिसे चुनाव पलटने की संभावना बन गई है। वही जिला पंचायत सदस्य व नगर निकाय चुनाव प्रभारी प्रमोद कुमार आर्य और अन्ना ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चुनावी रणनीति तैयार की है। उन्होंने चुनाव प्रचार से लेकर कार्यक्रमों की रूपरेखा की कमान संभाली है।
नगर पालिका परिषद खतौली में अध्यक्ष पद के लिए बसपा ने हाजी इजहार पर दांव खेला है। हालांकि मैदान में कांग्रेस सर गठबंधन से भी मुस्लिम प्रत्याशी हैं, लेकिन वोट के मामले में दोनों पिछड़े हुए नजर आते हैं क्योंकि गठबंधन और कांग्रेस मुस्लिम को आधार बांधकर चुनावी मैदान में डटी है जबकि बसपा अपने मूल वोट बैंक के साथ मुस्लिमों को धार देकर जोड़ रही है। इससे हाथी की चाल मस्त हो गई है। वर्ष 2012 के चुनाव में हाजी जाने बसपा के टिकट पर ही चुनावी ताल ठोक दी जिसमें मामूली अंतर से हार हुई थी। इस बार बसपा ने भी अपने दिग्गज नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं की टीम को मैदान में उतारा है। जिससे भाजपा और गठबंधन के गणित को बिगाड़ा जा सके। इसी रणनीति के तहत सोमवार को जिला पंचायत सदस्य व नगर निकाय खतौली और जानसठ के प्रभारी प्रमोद कुमार आर्य उर्फ अन्ना ने कार्यकर्ताओं के साथ कार्यालय पर रणनीति बनाई है। बसपा प्रत्याशी हार को चुनाव में जीत के मंत्र दिए हैं। जिससे चुनाव की राह आसान होगी। निकाय चुनाव प्रभारी अन्ना ने प्रत्येक वार्ड में कार्यकर्ताओं की टीम को जाति के आधार पर लगाया है। बसपा अपने मूल वोट बैंक को साधने के साथ मुस्लिम में भी भरपूर सेंधमारी लगा रही है। वही बसपा प्रत्याशी को हिंदू समाज से भी खूब समर्थन मिल रहा है। इससे निकाय चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय बनने के आसार हो गए हैं। अन्ना ने दलित, मुस्लिम के साथ पिछड़े वर्ग को जोड़ने के लिए रूपरेखा बनाई है। क्योंकि उन्हें जिला पंचायत चुनाव में इसी आधार पर जीत मिली थी। अब इसी को अनुभव बनाते हुए अन्ना ने अपने प्रत्याशी को जिताने की रणनीति पर काम किया है। निकाय चुनाव प्रभारी प्रमोद अन्ना ने बताया कि बसपा प्रत्याशी हाजी इजहार की दावेदारी सबसे अधिक मजबूत है। क्योंकि उन्हें हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। उनकी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्य करने में लगा है। जिसका सुखद परिणाम सामने आएगा।