पूर्व विधायक व बसपा नेता इमरान मसूद को निकाय चुनाव के मद्देनजर पांच लाख रुपये कीमत के निजी मुचलकों में पाबंद किया गया है। 24 अप्रैल को उन्हे इसी मामले में सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होना था लेकिन वो नहीं पहुंचे। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत से इमरान मसूद के खिलाफ जमानती वारंट जारी हुए हैं। अब इमरान मसूद ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अपने खिलाफ हुई कार्यवाही को निरस्त कराए जाने की मांग की है।
इमरान मसूद अंबाला रोड स्थित एक कालोनी में रहते हैं। यह इलाका कुतुबशेर थाना क्षेत्र में आता है। कुतुबशेर थाना पुलिस ने ही उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए चलानी रिपोर्ट सिटी मजिस्ट्रेट को भेजी थी। पुलिस ने इमरान मसूद समेत कुल 6 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की थी। इन सभी छह लोगों को नगर मजिस्ट्रेट की अदालत से पांच-पांच लाख रुपये कीमत के निजी मुचलकों में पाबंद कर दिया गया था।
निजी मुचलकों में पाबंद करने के साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत ने इन सभी को तलब किया था। 24 अप्रैल को अदालत में इन सभी की पेशी होनी थी। तय तारीख पर इमरान मसूद अदालत नहीं पहुंचे। अब सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत से इमरान मसूद के खिलाफ जमानती वारंट जारी हुए। अदालत ने उन्हें 28 अप्रैल को पेश होने का आदेश दिया है।
अब 28 अप्रैल से पहले मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर पूर्व विधायक इमरान मसूद ने एक प्रार्थना पत्र दिया है। प्रार्थना पत्र में उन्होंने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि उनके खिलाफ कार्रवाई निरस्त कराई जाए। अपने प्रार्थना पत्र में इमरान मसूद ने यह भी लिखा है कि इस कार्रवाई के संबंध में वो चुनाव आयोग से भी शिकायत करेंगे।