भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता और विधान परिषद् की सदस्य के कविता ने रविवार को देश में बढ़ती बेरोजगारी दर पर चिंता व्यक्त की। सेंटर फॉर इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के मुताबिक, श्रम बाजार में गिरावट के कारण मार्च में भारत की बेरोजगारी दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, “बेरोजगारी दर 7.8% है, जो तीन महीने का उच्चतम स्तर है! लेकिन क्या युवाओं की क्षमता का उपयोग करने के लिए कोई चिंता है या प्रयास किया जा रहा है?” उन्होंने आगे लिखा, “आज के भारत में तथ्य यह है कि वास्तविक डिग्री वाले लोगों को कोई नौकरी नहीं मिलती है और बिना डिग्री वाले व्यक्ति के पास शीर्ष पद है।”
सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.51 प्रतिशत थी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 7.47 प्रतिशत थी। वहीं, तेलंगाना में मार्च में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत 7.8 प्रतिशत की तुलना में 5.2 प्रतिशत थी।