दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की हम शीघ्र दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलकर मांग करेंगे की दिल्ली की तीन मे से दो पावर डिस्कॉम जो बीएसइएस समूह से जुड़ी है के पिछले 10 वर्ष के खातों की जांच के आदेश दें। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की कल भाजपा ने एक प्रश्न उठाया की दिल्ली में 3 पावर डिस्कॉम हैं जिनमे से एक लाभ मे चल रही है दो घाटे मे चल रही हैं जबकि तीनों की बिजली खरीदने बेचने की सभी परिस्थिती एक सी हैं। हमने बताया की एक कम्पनी सरकार को सैकड़ों करोड़ का लाभ डिविडेंड दे रही है शेष दो हजारों करोड़ का घाटा दिखा रही हैं।
साथ ही हमने कहा की यह आश्चर्यजनक है की आखिर क्यों दिल्ली सरकार लगातार घाटा दिखा रेगुलेटरी असैट बना रही निजी कम्पनियों पर कोई कार्रवाई नही कर रही जबकि इस मूल कम्पनी ने ओडिशा में बारे बार घाटा दिखाया तो राज्य सरकार ने इस कम्पनी का कांट्रैक्ट रद्द कर दिया। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने कहा की भाजपा ने हेरफेर का आरोप दो निजी कम्पनी पर लगाया और सरकार की नियती पर सवाल उठाया तो उन्हें जवाब देना चाहिए था पर वो दोनो चुप हैं जो कहीं ना कहीं आरोप की मौन स्वीकृति है।
दिल्ली भाजपा का आरोप यदि गलत होता तो डिस्कॉम या सरकार जवाब देते पर जवाब दें रही है सत्ताधारी आम आदमी पार्टी पर “आप” भी भाजपा के पावर डिस्कॉम के खातो में हेरफेर के आरोप को नाकार नहीं रही वो सिर्फ अपनी फ्री बिजली पानी की रही रटाई कहानी सुना कर पावर डिस्कॉम एवं सरकार के मिले जुले घोटाले से जनता का ध्यान भटकाने चाह रहे हैं। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है हम पुन: दिल्ली सरकार से मांग करते हैं कि वह बताये आखिर क्यों उसने नियमों के विरूद्ध दस साल तक घाटे के नाम पर रेगुलेटरी असैट निजी कम्पनी को बनाने दिये।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है पावर डिस्कॉम में हेरफेर के भाजपा के आरोप पर आप की बौखलाहट ने स्थापित कर दिया है की यह पावर डिस्कॉम एवं दिल्ली सरकार की मिलीभगत से हुआ यह पावर डिस्कॉम घोटाला तो शराब घोटाले से भी बड़ा घोटाला है।