छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार को एक वीडियो जारी कर दावा किया कि यह महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले के आरोपियों में से एक सुभम सोनी का है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है।
इस वीडियो में सोनी ने दावा किया है कि उसने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये दिये हैं।
भाजपा के केंद्रीय मीडिया संयोजक सिद्धार्थनाथ सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कथित वीडियो बयान को संवाददाताओं के सामने रखा और कहा कि बघेल को पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कहा कि वीडियो भाजपा की साजिश है।
सिंह ने कहा, ‘‘दुबई में बैठा आरोपी स्वयं वीडियो भेजकर महादेव ऐप की सारी कथा सुनाते हुए बता रहा है कि ऐप के तार कहां-कहां और किस-किस तक जुड़े हैं। उसने स्पष्ट तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, मुख्यमंत्री के बेटे बिट्टू, एक पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल और स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस सिंडिकेट में शामिल बताया है। अब हमारा स्पष्ट कहना है कि भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री के पद पर तीस दिन तो क्या एक मिनट भी बैठने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।’’
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के विधायक सिंह ने कहा, ‘‘शुभम सोनी वह व्यक्ति है जिसको ईडी ने समन भी किया था वह आया नहीं था मगर उसने एक अपना वीडियो भेजा है, यह बिना काट-छांट का वीडियो है। इसलिए मीडिया के सामने इसे पेश कर रहे है।’’
संवाददाता सम्मेलन में दिखाए गए एक वीडियो में एक शख्स ने आईडी कार्ड दिखाकर खुद को महादेव बुक बेटिंग ऐप का मालिक शुभम सोनी बताया।
वीडियो में दिखाए गए व्यक्ति ने दावा किया कि उसने अब तक 508 करोड़ रुपये ‘‘बघेल साहब’’ और अन्य लोगों को दे चुका है।
उस व्यक्ति ने वीडियो में कहा, ‘‘पैसे देने के बाद भी मेरा काम नहीं हो रहा है..इतना ज्यादा मैं इतना परेशान हो गया हूं इस सिस्टम से कि अब क्या करूं समझ नहीं आता है…मेरे ऊपर ईडी की कार्रवाई शुरू हो गई है..भारत की सरकार से मेरा आखिरी अनुरोध है कि वह मेरी मदद कर दे, मैं इस राजनीतिक सिस्टम में फंस चुका हूं मैं इससे बाहर निकलना चाहता हूं।’’
उस व्यक्ति ने दावा किया कि उसके पास लेन-देन का सबूत है और उसे वह पेश कर सकता है।
ईडी के मुताबिक, एजेंसी ने पिछले दिनों महादेव ऐप मामले में छत्तीसगढ़ में छापे की कार्रवाई कर कथित एजेंट 38 वर्षीय असीम दास को गिरफ्तार किया था तथा उसके पास से 5.39 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे।
कांग्रेस के राज्य संचार विंग के अध्यक्ष सुशी आनंद शुक्ला ने वीडियो को भाजपा की साजिश करार दिया।
शुक्ला ने कहा, ‘‘भाजपा राज्य में कांग्रेस से मुकाबला करने में विफल रही है और इसलिए उसने ऐसी साजिशों का सहारा लिया है। कोई भी वीडियो जारी कर खुद को महादेव ऐप का मालिक बता सकता है, जबकि इस मामले में सौरभ चंद्राकर को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है, छत्तीसगढ़ की जनता चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी।’’