भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए हुई मैराथन बैठक में करीब 18 राज्यों के लिए 200 से अधिक नामों पर विचार-विमर्श किया। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पहली सूची में कई दिग्गजों के नाम शामिल हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह के अलावा सीईसी के अन्य सदस्य इस बैठक में शामिल हुए। इन नेताओं ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा और उत्तराखंड जैसे राज्यों के लिए संभावितों नामों पर विचार-विमर्श किए।

सीईसी की बैठक बृहस्पतिवार रात पार्टी मुख्यालय में करीब साढ़े दस बजे शुरू हुई और पांच घंटे से अधिक समय तक चली। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले शाह और नड्डा ने मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की और विचार-विमर्श किया। सूत्रों ने बताया कि पहली सूची में मोदी, शाह और सिंह के नाम हो सकते हैं।

मोदी वाराणसी से, शाह गांधीनगर से और सिंह लखनऊ से लोकसभा के सदस्य हैं। शिवराज सिंह चौहान को भोपाल या विदिशा और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ग्वालियर अथवा गुना से लड़ाने की तैयारी में है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को तिरुवअंतपुरम से लड़ाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सूची में 110 से अधिक नाम हो सकते हैं। उनके मुताबिक प्रदर्शन के साथ-साथ राजनीतिक अनिवार्यताओं के आधार पर पार्टी अच्छी खासी संख्या में अपने मौजूदा सांसदों के टिकट काट भी सकती है। अतीत में भी देखा गया है कि भाजपा मौजूदा सांसदों या विधायकों के टिकट काटती रही है।

सीईसी की पहली बैठक में बिहार और महाराष्ट्र जैसे राज्यों पर कोई चर्चा नहीं हुई। दोनों ही राज्यों में गठबंधन की सरकार है, जिसमें जनता दल (यूनाइटेड) और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (बिहार) तथा शिवसेना (शिंदे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) शामिल हैं।

आंध्र प्रदेश में भाजपा और तेलुगु देशम पार्टी के बीच गठबंधन की संभावना है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की ओर से जयंतंिसह के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) सहित अन्य सहयोगियों के लिए छह सीट छोड़ने की संभावना है। रालोद अभी तक औपचारिक रूप से भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल नहीं हुआ है।

सूत्रों ने कहा कि हालांकि सीईसी ने बड़ी संख्या में सीट पर विचार किया है, लेकिन उनमें से सभी के नाम पहली सूची में नहीं होंगे। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, मनसुख मांडविया, धम्रेद्र प्रधान और पुरुषोत्तम रुपाला के चुनाव में मैदान में उतरने की संभावना है।

ऐसी चर्चा है कि चंद्रशेखर का मुकाबला तिरुवनंतपुरम से तीन बार के कांग्रेस सांसद शशि थरूर से होगा। सूत्रों ने बताया कि भाजपा के तेलंगाना के चार में से तीन सांसद केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, बंदी संजय कुमार और धर्मपुरी अरविंद क्रमश: अपनी मौजूदा सीट सकिंदराबाद, करीमनगर और निजामाबाद से चुनाव लड़ेंगे।

सत्तारूढ़ पार्टी निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले अच्छी खासी संख्या में उम्मीदवारों की घोषणा करना चाहती है। चुनाव अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि 2019 में असफल रहने के बाद भाजपा ने जिन सीट पर अपनी संभावनाओं में सुधार लाने का लक्ष्य रखा है, उनमें से बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के नाम प्रारंभिक सूची में हो सकते हैं।

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