राजस्थान के कृषि मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ी मीणा ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंप दिया है। उनके एक सहयोगी ने यह जानकारी दी।
आधिकारिक रूप से अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
मीणा के एक सहयोगी ने कहा, ‘‘डॉ किरोड़ी मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दस दिन पहले मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा था।’’
वहीं बृहस्पतिवार को मीणा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में पार्टी से नाराजगी की खबरों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘नाराजगी का कोई कारण नहीं है और मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।’’
मीणा हाल ही में कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इस पर उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने इस्तीफा दे दिया तो नैतिक रूप से मैं वहां जा नहीं सकता। मुख्यमंत्री जी से मैं मिला था। उन्होंने आदरपूर्वक कहा था कि आपका इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे। मैंने मुख्यमंत्री जी से कहा- चूंकि मैं जनता के बीच घोषणा कर चुका हूं कि अगर हम यह सीट (दौसा) नहीं जीते तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, इसलिए मैंने ऐसा किया।’’
मीणा ने लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद कहा था कि अगर भाजपा उनके अधीन सात सीट में से कोई भी सीट हारती है तो वह मंत्री पद छोड़ देंगे।
कृषि, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री मीणा ने कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री के दौसा आने से पहले मैंने कहा था कि अगर सीट (दौसा) नहीं जीती तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा। बाद में प्रधानमंत्री ने मुझसे अलग से बात की और मुझे सात सीट की सूची दी। मैंने 11 सीट पर कड़ी मेहनत की है।’’
उन्होंने यह भी कहा था, ‘‘अगर पार्टी सात में से एक भी सीट हारती है तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा और यहां पानी पिलाऊंगा।’’
मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर प्रचार किया था। भाजपा इनमें से भरतपुर, दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर और धौलपुर-करौली सीट कांग्रेस से हार गई।