पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले के डेबरा में भाजपा कार्यकर्ता संजय बेरा (42) के परिवारवालों ने बुधवार को कलकत्ता हाई कोर्ट से उनकी मौत की सीबीआई जांच की मांग की।
परिवार ने दावा किया है कि पुलिस की यातना के कारण उनकी मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हुई है।
इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके कुछ ही घंटों बाद परिवार के सदस्य कोर्ट पहुंच गए।
शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया, “पुलिस ने 4 जून को संजय बेरा को गिरफ्तार किया था। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बाद में उन्हें मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। उन्हें 11 जून को न्यायिक हिरासत में वापस भेज दिया गया। फिर से अस्पताल भेजा गया और मंगलवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस बहाना बना रही है कि गिरने से उनके सिर में चोट लगी थी।”
हाई कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है।
इससे पहले बुधवार को बेरा के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि जब 4 जून को उन्हें गिरफ्तार किया गया था, तब उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। लेकिन अगले दिन जब उन्हें अदालत में पेश किया गया तो उनके सिर पर चोट के निशान थे।
सीबीआई जांच की मांग के अलावा, मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उनके शव का पोस्टमार्टम किसी ऐसे अस्पताल में कराया जाना चाहिए जिस पर केंद्र सरकार का नियंत्रण हो।