बता दें कि धामपुर थाना क्षेत्र के गांव तिबड़ी का रहने वाला शहजाद (40) पुत्र शरीफ अहमद अपने बहनोई निसार पुत्र अली हसन के यहां रहमुल्ला कॉलोनी में आया था। शाम को लगभग साढ़े 6 बजे धामपुर थाने प्राइवेट गाड़ी से एसआई अनिल, हेड कांस्टेबल मनोज कुमार, कांस्टेबल अंकित राणा और विजय मारपीट के एक मामले में शहजाद को पकड़ने के लिए दबिश देने पहुंचे।
एसपी नीरज जादौन के मुताबिक पुलिस को देख शहजाद छत की ओर भागा, पुलिस ने पीछा किया तो वो छत से गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। शहजाद के छत से गिरते ही परिजनों ने पुलिस पर शहजाद को छत से फेंकने का आरोप लगाते हुए शोर मचा दिया।
पुलिसकर्मी शहजाद को लहूलुहान हालत में सड़क पर ही छोड़कर मौके से भागने लगे। पुलिसकर्मियों के पीछे कुछ लोग शोर मचाते हुए दौड़े। उनका आरोप था कि पुलिस वाले गोली मारकर भाग रहे हैं। करीब 500 मीटर दौड़ने के बाद पुलिसकर्मी भागकर अपनी गाड़ी में सवार होकर मौके से फरार हो गए। इधर, शहजाद को परिजन अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया।
मौत से गुस्साए परिजनों व सैकड़ों ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पानीपत-खटीमा हाईवे पर जाम लगा दिया। हंगामे की सूचना पर मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ एसपी देहात राम अर्ज और सीओ नगीना पहुंच गए। पुलिस अफसरों ने दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर करीब दो घंटे बाद परिजन शांत हुए। तब जाकर पुलिस शव को पोस्बटमार्टम के लिए भेज सकी।
मामले को लेकर एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि 28 अगस्त को धामपुर थाने में शबाना नाम की एक महिला ने धारा 341 और 506 में एक केस दर्ज करवाया था। इस केस की विवेचना के लिए धामपुर थाने से एक पुलिस टीम कोतवाली देहात थाना क्षेत्र में शाम को गई थी। एक मकान में शहजाद के होने की सूचना मिली थी। पुलिस को देखते ही शहजाद भागा और भागते समय उसकी छत से गिरने से मौत हो गई।
परिजनों की तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है। इसी प्रकरण में एक वीडियो ग्रामीणों द्वारा मुझे भेजा गया है। वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी घायल शहजाद को मौके पर छोड़कर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस कर्मियों का कर्तव्य था कि वे शहजाद को अस्पताल लेकर जाते, जहां उसका इलाज हो सकता था। उन्होंने ऐसा नहीं किया, ये लापरवाही प्रदर्शित हो रही है।
इसके चलते दरोगा समेत चारों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। पूरे प्रकरण की जांच एसपी देहात को सौंपी गई है। 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकरी से भी मजिस्ट्रियल जांच के लिए अनुरोध किया जा रहा है। पूरे प्रकरण में निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्यवाही की जायेगी।