मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में प्रचंड जीत के बाद भाजपा (BJP) भावी मुख्यमंत्री का चयन पर निर्णय भविष्य की रणनीति को देखते हुए लेना चाहती है।
पार्टी की सोच है कि तीनों राज्यों में नए और युवा चेहरे दिए जाए, ताकि वे लंबी राजनीति कर सकें। तीनों राज्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने के बीच आज लंबी बैठक हुई। प्रधानमंत्री निवास में ही इस बैठक में वर्ष 2028 तक स्थाई मुख्यमंत्री की नियुक्ति पर चर्चा हुई।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी बीच में मुख्यमंत्री बदलने की संभावना को खत्म करने के लिए ऐसे चेहरों को आगे करना चाह रही है, जो लंबी राजनीति करें और वह भविष्य के लिए पार्टी के चेहरे बनें। उदाहरण के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 50 साल से कम उम्र के हैं। इन तीनों राज्यों भी ऐसे ही नेताओं पर पार्टी की नजर है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि तीनों राज्यों में भाजपा को प्रचंड जीत मिली है इसलिए पार्टी प्रयोग कर सकती है।
इस वक्त कोई भी नेता पार्टी के खिलाफ बगावत करने की स्थिति में नहीं है। भले ही राजस्थान में वसुंधरा राजे अपने समर्थक विधायकों से बैठक कर रही हैं, लेकिन वह पार्टी तोड़ने की हिम्मत नहीं कर पाएगी, क्योंकि इससे पहले कल्याण सिंह, उमा भारती , येदियुरप्पा ने पार्टी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं रहे और उन्हें वापस भाजपा में आना पड़ा।
शीर्ष नेतृत्व की बैठक में क्या नतीजा निकलता है, इसकी घोषणा जल्दी ही की जा सकती है, लेकिन अनुमान यही लगाया जा रहा है कि इस बार पार्टी चेहरों पर दाव लगा सकती है।
इसके बावजूद वसुंधरा राजे, शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री के तौर पर इन तीनों का नाम भी चल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी फैसला भविष्य की राजनीति को देखते हुए लेना चाहते हैं।