युवा तेज गेंदबाज टिटास साधू के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने सोमवार को श्रीलंका को 19 रन से हराकर एशियाई खेलों की महिला क्रिकेट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता ।
बल्लेबाजी के लिये कठिन पिच पर भारतीय महिला टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 116 रन बनाये ।
जवाब में श्रीलंका की टीम 20 ओवर में आठ विकेट पर 97 रन ही बना सकी । चार दिन बाद अपना 19वां जन्मदिन मनाने जा रही साधू ने चार ओवर में छह रन देकर तीन विकेट लिये ।
लेग स्पिनर देविका वैद्य ने चार ओवर में 15 रन देकर एक विकेट चटकाया ।
बायें हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ और आफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने खराब शुरूआत की लेकिन बाद में लय पकड़ ली ।
भारत शुरू से ही स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन क्रिकेट का स्तर और पिच दोनों खराब रहे ।
साधू ने पहले दो ओवर में ही तीन विकेट निकाल दिये जिनमें श्रीलंकाई कप्तान चामारी अटापट्टू का विकेट शामिल है ।
भारतीय महिला टीम को झूलन गोस्वामी के संन्यास के बाद एक तेज गेंदबाज की कमी खल रही है । साधू ने प्रतिभा की बानगी पेश की लेकिन कठिन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ उसकी असल परीक्षा होगी ।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने दीप्ति से गेंदबाजी की शुरूआत कराई लेकिन अटापट्टू ने उसे आते ही छक्का और चौका जड़ा । दूसरे ओवर में साधू ने अनुष्का संजीवनी (1) को मिडआफ पर हरमनप्रीत के हाथों लपकवाया ।
उसने इसके बाद विष्मी गुणरत्ने (0) को आउट किया और अगले ओवर में अटापट्टू को रवाना किया । तीन विकेट 14 रन पर गंवाने के बाद हसिनी परेरा ( 25 रन) ने श्रीलंका को 50 रन के पार पहुंचाया । राजेश्वरी ने उनका विकेट लिया ।
निलाक्षी डिसिल्वा (23 रन ) और ओषाडी रणसिंघे (19) ने पांचवें विकेट के लिये 38 रन जोड़े । पूजा वस्त्राकर ने डिसिल्वा को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा जबकि दीप्ति ने रणसिंघे का विकेट लिया ।
इससे पहले भारत के लिये स्मृति मंधाना (45 गेंद में 46 रन ) और जेमिमा रौड्रिग्ज (40 गेंद में 42 रन ) ने दूसरे विकेट के लिये 73 रन जोड़े ।