भारतीय ट्रैप निशानेबाजों ने एशियाई खेलों में निशानेबाजी के आखिरी दिन को यादगार बना दिया जब पुरुष टीम ने स्वर्ण और महिला टीम ने रजत पदक जीता हालांकि व्यक्तिगत वर्ग में सिर्फ काइनन चेनाई ने कांस्य पदक हासिल किया।
आखिरी दिन ट्रैप में मिले तीन पदकों के बाद भारतीय निशानेबाज सात स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य समेत 22 पदक लेकर लौटेंगे जो एशियाई खेलों में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
पुरुष टीम वर्ग में पृथ्वीराज तोडइमान, काइनन चेनाई और जोरावर सिंह संधु की भारतीय तिकड़ी ने क्वालीफिकेशन में एशियाई खेलों के रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। भारतीय टीम ने क्वालीफिकेशन दौर में 361 अंक जुटाए।
खालिद अलमुदहाफ, तलाल अलरशीदी और अब्दुलरहमान अलफइहान की कुवैत की टीम ने 359 अंक के साथ रजत पदक जीता जबकि युहाओ गुओ, यिंक की औ युहाओ वैंग की चीन की टीम ने 354 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। कीनान और जोरावर ने छह खिलाड़ियों के फाइनल में पहले और दूसरे स्थान पर रहकर जगह बनाई थी।
महिला वर्ग में मनीषा कीर, प्रीति रजाक और राजेरी कुमारी की टीम भी रजत पदक जीतने में सफल रही। महिला टीम ने 337 अंक जुटाते हुए रजत पदक जीता।
किंगनियान ली, सुइसुइ वू और शिनक्यु झेंग की चीन की टीम ने विश्व रिकॉर्ड 357 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। मारिया दमित्रियेंको, एझान दोसमगामबेतोवा और अनास्तासिया पिल्रेपिना (336) की कजाखस्तान की टीम ने कांस्य पदक हासिल किया।
पुरुष और महिला टीम के पदकों के बाद नजरें कीनान और जोरावर सिंह तथा मनीषा कीर पर लगी थी जो छह निशानेबाजों के फाइनल में पहुंचे थे। कीनान ने 40 में से 32 स्कोर किया और रजत की दौड़ में थे लेकिन आखिर में कांस्य पदक जीता।
तीसरी बार एशियाई खेलों में उतरे जोरावर 23 स्कोर करके पांचवें स्थान पर रहे और व्यक्तिगत पदक जीतने का उनका सपना फिर अधूरा रहा। महिलाओं के व्यक्तिगत वर्ग में मनीषा कीर 25 में से 16 स्कोर करके छठे स्थान पर रही।