भारत ने अपना अजेय अभियान जारी रखते हुए सोमवार को यहां एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के राउंड रोबिन मैच में पिछले चैंपियन दक्षिण कोरिया को 3-2 से हरा दिया।
सोमवार को ही मलयेशिया के खिलाफ जापान की हार के कारण मैच से पहले ही सेमीफाइनल में जगह सुनिश्चित कर चुके भारत की ओर से निलाकांता शर्मा (छठे मिनट), हरमनप्रीत सिंह (23वें मिनट) और मनदीप सिंह (33वें मिनट) ने गोल दागे। कोरिया की ओर से किम सुंगह्युन ने 12वें मिनट जबकि यैंग जीहुन ने 58वें मिनट में गोल किया।
इस जीत की बदौलत भारत चार मैच में 10 अंक के साथ शीर्ष पर चल रहा है। मेजबान टीम ने तीन मैच में जीत दर्ज की है जबकि एक मैच ड्रा छूटा। भारत अपना आखिरी लीग मैच बुधवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा जबकि अंतिम चार में जगह सुनिश्चित करने के लिए कोरिया की भिड़ंत मलयेशिया से होगी।
भारत ने मैच की अच्छी शुरुआती की। निलाकांता ने छठे ही मिनट में भारत को बढ़त दिलाई। शमशेर सिंह ने अच्छा मूव बनाते हुए गेंद सुखजीत के पास पहुंचाई जिन्होंने दो डिफेंडर को छकाते हुए गेंद को निलाकांता के पास पहुंचा दिया। निलकांता ने गेंद को गोल में डालने में कोई गलती नहीं की। भारत को हालांकि जश्न मनाने का अधिक समय नहीं मिला और कोरिया ने छह मिनट बाद ही सुंगह्युन के गोल की बदौलत बराबरी हासिल कर ली।
सुंगह्युन ने मेनजेई जुंग के पास पर भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक को अपने दमदार शॉट से पछाड़ते हुए गोल किया। पाठक अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे थे। दूसरे क्वार्टर में भारत का दबदबा देखने को मिला। मेजबान टीम ने चार मौके बनाए और 23वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत के गोल की बदौलत स्कोर 2-1 कर दिया। भारत ने आक्रामक रुख जारी रखा। टीम को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन यह बर्बाद चला गया। मध्यांतर तक भारतीय टीम 2-1 से आगे थी।
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही मनदीप ने शमशेर सिंह के पास पर गोल दागकर भारत की बढ़त को 3-1 तक पहुंचाया। कोरिया को पनेल्टी कॉर्नर मिला लेकिन कप्तान जोंगह्युन जैंग का शॉट लक्ष्य से दूर रहा। भारत को इसके बाद तीन और मौके मिले लेकिन कार्ति सेलवम और मनदीप सिंह गोल करने में नाकाम रहे। चौथे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जो पेनल्टी स्ट्रोक में बदला लेकिन हरमनप्रीत इसे गोल में नहीं पहुंचा सके।
कोरिया को इसके लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन जैंग इनमें से किसी को भी गोल में नहीं बदल सके। कोरिया के गोलकीपर ने भी 50वें मिनट में मनदीप और सुखजीत के प्रयासों को नाकाम किया। कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर पर और नाकामी हाथ लगी। टीम हालांकि 58वें मिनट में यैंग के मैदानी गोल से भारत की बढ़त को कम करने में सफल रही। कोरिया ने अंतिम लम्हों में बराबरी का गोल दागने का भरसक प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
मलयेशिया ने जापान को 3-1 से हराया, सेमीफाइनल में पहुंचा
मलयेशिया ने जापान की आखिरी क्षणों में वापसी करने की कवायद को नाकाम करते हुए सोमवार को 3-1 से जीत दर्ज की और एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) हॉकी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह सुरक्षित की। मलयेशिया की तरफ से नजमी जाज़लान (13वें मिनट, पेनल्टी कॉर्नर), अशरन हमसानी (37वें) और शेलो सिल्वरियस (59वें मिनट) ने गोल दागे। जापान ने गोल करने के कई मौके गंवाए। उसके लिए गोल निवा ताकुमा ने 59वें मिनट में किया। इस जीत से मलेशिया के तीन जीत और एक हार से नौ अंक हो गए हैं।
एक अन्य मैच में पाकिस्तान की चीन पर 2-1 से जीत के बाद मलयेशिया ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। इस टूर्नामेंट में छह टीमें भाग ले रही हैं तथा राउंड रोबिन आधार पर खेले जा रहे लीग चरण में शीर्ष चार में रहने वाली टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी। मलयेशिया ने पहले क्वार्टर में ही जाजलान के ड्रैग फ्लिक पर किए गए गोल से बढ़त बनाई। मलेशिया को रेफरल के बाद यह गोल मिला था। जापान कुछ अवसरों पर गोल करने के करीब पहुंचा लेकिन अंतिम क्षणों की चूक के कारण वह बराबरी का गोल नहीं कर पाया।
पाकिस्तान ने चीन को 2-1 से हराया
मोहम्मद खान और अफराज के गोल की मदद से पाकिस्तान ने चीन को 2-1 से हराकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा। दूसरी तरफ चीन इस हार के कारण अंतिम चार में पहुंचने की दौड़ से बाहर हो गया। पहले क्वार्टर में कोई खास गतिविधि नहीं हुई और इस दौरान दोनों टीम में से कोई भी गोल नहीं कर पाई। पाकिस्तान को दूसरे क्वार्टर के पांचवें मिनट में फिर से पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर मोहम्मद खान गोल करके अपनी टीम को बढ़त दिलाने में सफल रहे।
चीन ने हालांकि गेंद की ऊंचाई को लेकर गोल को चुनौती दी लेकिन टीवी अंपायर ने भी पाकिस्तान के पक्ष में फैसला दिया। इस गोल की बदौलत पाकिस्तान मध्यांतर तक 1-0 से आगे था। चीन तीसरे क्वार्टर के शुरू में गोल करने के लिए उतावला दिखा। उसने जल्द ही पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया जिसे जिशेंग गाओ ने गोल में बदलकर अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया। पाकिस्तान हालांकि 39वें मिनट में फिर से बढ़त हासिल करने में सफल रहा। कप्तान उमर भुट्टा और अब्दुल राणा के बीच अच्छी पासिंग के बाद अफराज को गेंद मिली जिसे उन्होंने गोल में डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी।