उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में पुलिस ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के परिसर में विरोध मार्च निकालने पर सोमवार को 4 नामजद समेत कई छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (नगर) मृगांक शेखर पाठक ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि इस मामले में कई छात्रों पर मामला दर्ज किया है, जिनमें से चार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
उन्होंने बताया कि छात्रों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत जारी आदेश की अवज्ञा) और 505 (सार्वजनिक उत्पात फैलाने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है। छात्रों ने रविवार रात एएमयू परिसर में डक प्वाइंट से बाबे सर सैयद गेट तक विरोध मार्च निकाला। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने अपने मार्च के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली थी।
आपको बता दें कि दर्ज प्राथमिकी में कहा गया कि छात्रों ने एक “चरमपंथी समूह” के “समर्थन” में विरोध-प्रदर्शन किया। पाठक ने बताया कि आतिफ, खालिद, कामरान और नावेद चौधरी दर्ज प्राथमिकी में नामित चार छात्र हैं। इस बीच, अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने एक बयान में कहा कि उन्होंने पुलिस और एएमयू के कार्यवाहक कुलपति से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। एहतियात के तौर पर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।