कैंची धाम में पहचान छुपाकर प्रसाद-पूजा सामग्री आदि की दुकानें खोलने का आरोप
नैनीताल, 4 मई (हि.स.)। नैनीताल जनपद के सुप्रसिद्ध कैंची धाम क्षेत्र में समुदाय विशेष के लोगों पर अपनी पहचान छुपाकर प्रसाद, पूजा सामग्री आदि की दुकानें खोलने का आरोप है। क्षेत्रीय लोगों ने दावा किया है कि व्यवसाय के बहाने इस क्षेत्र की डेमोग्राफी को योजनाबद्ध ढंग से बदला जा रहा है, जिससे स्थानीय जन चिंतित हैं।
इस संदर्भ में कैंची बाजार क्षेत्र के स्थानीय नागरिकों ने सर्वसम्मति से तय किया है कि विशेष समुदाय से संबंधित व्यक्ति अब न तो इस क्षेत्र में कोई व्यापारिक प्रतिष्ठान संचालित करेंगे, न ही किसी दुकान में कर्मचारी के रूप में कार्य करेंगे। साथ ही वर्तमान में व्यवसाय कर रहे विशेष समुदाय से जुड़े लोगों को एक सप्ताह के भीतर दुकानें खाली करने के लिए कहा गया है।
ग्राम प्रधान पंकज निगल्टिया की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में नैनीताल की हालिया घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की गई और आरोपित को फांसी की सजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई गई। बैठक के उपरांत जिलाधिकारी वंदना सिंह को तहसीलदार नेहा टम्टा के माध्यम से हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेजकर प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कैंची धाम क्षेत्र में रह रहे बाहरी लोगों का तत्काल सत्यापन कराने की भी मांग की है।
चेतावनी भी दी गई कि यदि इस प्रकरण में शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो क्षेत्रवासी आंदोलन करने को बाध्य होंगे। बैठक में विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सहमंत्री रणदीप पोखरिया, खजान भट्ट, व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश तिवारी, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष पवन भट्ट, पूर्व प्रधान पवन कुमार, राकेश तिवारी, विक्रम तिवारी, मनीष चौधरी, दीपक तिवारी, चंद्रशेखर तिवारी, राजेंद्र सिंह मेहरा, अजय मेहरा, डूंगर सिंह, दीपक बिष्ट, नीरज बिष्ट, हिमांशु कन्याल, दीपक मेहता, पीयूष नेगी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।