भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ए.सी.बी.) ने ग्रामीण विकास विभाग ब्लॉक गुंड गांदरबल के एक कंप्यूटर ऑपरेटर को 3000 रुपये की रिश्वत मांगते और लेते हुए पकड़ा है।
जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को एक लिखित शिकायत मिली थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि मोहम्मद अशरफ मलिक निवासी शाहपोरा गांदरबल, ग्रामीण विकास विभाग ब्लॉक गुंड के कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर (वर्तमान में एम.आई.एस. ऑपरेशन का काम सौंपा गया है) शिकायतकर्ता को देने वाला भुगतान जारी करने के लिए आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा है। उक्त रिश्वत मस्जिद शरीफ चौहान मोहल्ला, हैरी गणवान, गुंड, गांदरबल के पास कुलमोहर कलवत में मनरेगा योजना के तहत एक काम पूरा करने के संबंध में है।
उन्होंने कहा कि प्री-ट्रैप जांच से पता चला है कि मोहम्मद अशरफ मलिक 10,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा है लेकिन शिकायतकर्ता भुगतान नहीं करना चाहता था और बातचीत के बाद मामला पहली किस्त के रूप में 3000 रुपये देने पर तय हुआ। इसमें कहा गया है कि प्री-ट्रैप जांच से मांग की पुष्टि हुई और तदनुसार पुलिस स्टेशन ए.सी.बी. श्रीनगर में केस दर्ज किया गया और जांच शुरू कर दी गई।
जानकारी के अनुसार अधिकारियों द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जांच के दौरान एक ट्रैप टीम का गठन किया गया था। टीम ने एक सफल जाल बिछाया और आरोपी पब्लिक सर्वेंट मोहम्मद अशरफ मलिक आर.डी.डी. ब्लॉक गुंड, कंगन, गांदरबल को शिकायतकर्ता से 3000 रुपये की रिश्वत की मांग करते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आरोपी पब्लिक सर्वेंट को हिरासत में ले लिया गया और मामले में आगे की जांच चल रही है।