गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं को लेकर ABVP के कार्यकर्ता कई दिनों से अनशनरत थे। वावजूद इसके कुलपति इस मामले को नजर अंदाज किए जा रहे थे। शुक्रवार को आखिरकार धरने पर बैठे ABVP के कार्यकर्ताओं का गुस्सा फुट पड़ा। फिर क्या था विश्वविद्यालय में गुरु , शिष्य की मर्यादा तार तार हो गई। हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं ने कुलसचिव को बुरी तरह पीटा। इसके अलावा बीच बचाव करने आए कुछ प्रोफेसरों को भी कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीट दिया।
ABVP के उपद्रव की सूचना मिलते ही संगठन के कार्यकर्ता पूरे विश्वविद्यालय कैंपस में अराजकता मचाने लगे। कार्यकर्ताओं ने कुलपति कक्ष में घुसकर तोड़फोड़ की, दरवाजा उखाडकर फेंक दिया। सूचना पाते ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। कार्यकर्ताओं ने पुलिस से भी मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। साथ ही कुछ कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया है।
धरनारत कार्यकर्ता शुक्रवार की सुबह से ही यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे। कार्यकर्ता दोपहर बाद तक कुलपति का इंतजार करते रहे, लेकिन 3 बजे तक कुलपति बाहर नहीं निकले। जिसके बाद तो सब्र टूट गया और नाराज कार्यकर्ता कुलपति कक्ष में पहुंच गए। इस दौरान पुलिस अपनी सुरक्षा में कुलपति को बाहर निकाल रही थी, कि तभी कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया। कुलपति को पीटने के साथ ही बीच- बचाव कर रहे पुलिसकर्मियों से भी कार्यकर्ताओं ने जमकर मारपीट की।
इतना ही नहीं, ABVP कार्यकर्ताओं ने टेबल, कुर्सियां सभी उठा कर फेंकने लगे। कुछ ने तो वहां पड़े गमलों को उठा कर कुलपति और कुलसचिव को दे मारा। कुलपति कक्ष में तोड़फोड़ कर दरवाजे को उखाड़ दिया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर कैंट थाने ले आई। घटना को लेकर विश्वविद्यालय में अफरातफरी का माहौल है।
दरअसल, गोरखपुर विश्वविद्यालय में अनियमितता का आरोप लगाते हुए पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पहले भी कई बार प्रदर्शन किया था। 26 जून को भी प्रशासनिक भवन पर अभाविप ने हंगामा किया था। उस दिन तीन गेट के ताले भी तोड़ दिए गए थे।उसके बाद कुलपति ने एक-एक कर छात्रों की समस्याएं सुनी और आश्वासन दिया था कि जल्द ही इन सभी का समाधान कर दिया जाएगा। लेकिन कोई परिणाम नहीं निकलने पर गुरुवार को कुलपति का पुतला फूंकने की चेतावनी दी थी।
एक हफ्ते पहले भी ABVP के कार्यकर्ता गोरखपुर यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर पहुंचे थे। वहां वे कुलपति का पुतला दहन कर रहे थे, तभी नियंता डॉ. सत्यपाल सिंह और नियंता मंडल के सदस्य वहां पहुंचे। छात्रों को समझाने की कोशिश की।इस दौरान दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो गई। हमले में मुख्य नियंता डॉ सत्यपाल सिंह, डॉ सुनील कुमार सिंह समेत अन्य सदस्यों पर हमला कर दिया। छात्रों के इस व्यवहार के बाद नियंता सन्न रह गए। इसके बाद ABVP ने कुलपति का पुतला फूंका।