प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के मौके पर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (एआईआईए) में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज आयुर्वेद से जुड़ी चीजों की सौगात दी। इसमें रिसर्च सेंटर, अस्पताल और अन्य हेल्थ प्रोग्राम शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने अन्य मंत्रालयों से जुड़े प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद एक अच्छा संस्थान है और अच्छा काम कर रहा है। यहां रोजाना तीन हजार से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज कराने के लिए आते हैं।

उन्होंने कहा, मैं खुद ग्रामीण क्षेत्र से आता हूं, बहुत सारे परिवार हैं, जिनमें 70 साल के ऊपर के बुजुर्ग हैं। वह कई बीमारियों से पीड़ित होते हैं, लेकिन उनको लगता है कि अगर वह इस बीमारी को घर पर बताएंगे, तो उपचार कराने में उनके परिवार को दिक्कत आएगी। इसलिए वह इलाज कराने से बचते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री ने लोगों के दुख को समझा और 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को ये सौगात दी।

वहीं, वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद में आए और उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में 13,000 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग को लिए फ्री स्वास्थ्य पीएम योजना भी शामिल है। आयुर्वेद के क्षेत्र पर पीएम ने बात करते कहा कि आगामी 10 वर्ष में आयुर्वेद और भी बड़ा होगा।

आयुष विभाग से जुड़ी डॉ. प्रथम मेहरा ने बताया कि पीएम मोदी ने आज बहुत सारी योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने 70 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। आयुर्वेद का महत्व अपने आप में महत्वपूर्ण है। हम पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने आयुष मंत्रालय के ल‍िए अनेक काम किए हैं।

बिहार के गया आयुर्वेदिक कॉलेज में कार्यरत स्वामी वेंकटेश ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री ने आयुर्वेद को लेकर आज महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज चिकित्सा के क्षेत्र में जितनी भी विसंगतियां आ रही हैं, उसके कारण लोग आयुर्वेद की ओर जा रहे हैं। इसी के चलते पीएम मोदी ने आज बहुत सारी योजनाओं का शिलान्यास किया है, जो भारत ही नहीं, वर्ल्ड में भी आयुर्वेद को अलग पहचान देंगी। आज हमारी सनातन की पुरानी परंपरा का स्वरूप यहां देखने को मिला है।

वाइस प्रिंसिपल दिव्या प्रभात कुमार द्विवेदी ने कहा कि आयुर्वेद दिवस पर पीएम मोदी ने आज बहुत सारी योजनाओं का लोकार्पण किया है, जो आयुर्वेद के लिए मील का पत्थर साबित होगा। सबसे बड़ी बात है कि 70 साल से उम्र के लोगों को इसका लाभ मिलेगा, सभी लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा प्रधानमंत्री कर रहे हैं, जो अच्छी बात है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद के द्वितीय फेस का उद्घाटन किया गया है और तीसरा फेस अभी बाकी है, जो आयुर्वेद के क्षेत्र में इसे वैश्विक स्तर पर लेकर जाएंगे।

डॉ. बालदेश्वर द्विवेदी ने कहा, “पीएम मोदी ने आयुर्वेद के लिए जो कार्यक्रम शुरू किया है वह ऐतिहासिक है। वह पूरे विश्व में आयुर्वेद का प्रचार करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि आधुनिकता से जोड़कर आयुर्वेद को चलना होगा, तभी विश्व में आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार ढंग से हो पाएगा, इसलिए औषधियों का संरक्षण होना जरूरी है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में नए-नए अनुसंधान हो रहे हैं, आने वाले दिनों में भारत का डंका बजेगा। अभी भी 100 देशों में आयुर्वेदिक दवाइयां मिल रही हैं।“

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