अलापुर थाना क्षेत्र के म्याऊं में मधुमक्खी पालन करने वाले 2 लोगों के खिलाफ 70 नीलकंठ पक्षियों को कथित रूप से जहर देकर मारने के आरोप में मामला दर्ज किया गया हैं। जिला वन अधिकारी के मुताबिक, आलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा म्याऊं के ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि खेतों में नीलकंठ पक्षी मृत पड़े हुए हैं। इस पर वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया लेकिन उन्हें जहर देने के आरोपी वहां से भाग गए। खेत में 70 नीलकण्ठ/ इंडियन रोलर बर्ड पड़ी मिली जबकि 6 पक्षी अचेत अवस्था में मिले, जिनका उपचार कराया गया।

जिला वन अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम को उसावां मार्ग पर स्थित ट्यूबवेल के पास अचानक एक के बाद एक नीलकंठ पक्षियों (कोरेशियस बेंगालेंसिस या इंडियन रोलर बर्ड) के मर कर गिरने का सिलसिला शुरू हो गया था। आसपास के क्षेत्र में करीब 70 नीलकंठ पक्षी मृत अवस्था में मिले। उन्होंने दातागंज वन रेंज के रेंजर अमित सोलंकी व वनरक्षक हुकुम सिंह को मौके पर भेजा। जांच में पता चला कि म्याऊं निवासी चमनपाल सिंह के खेत पर मधुमक्खी पालन का काम होता है। चमनपाल ने अपना खेत बबलू व हरवंश को मधुमक्खी पालन के लिए दे रखा है।

जिला वन अधिकारी ने बताया कि नीलकंठ पक्षी मधुमक्खियों को छत्ता बनाने में परेशान कर रहे थे। वे मधुमक्खियों को खा जाते थे। उन्होंने बताया कि इससे परेशान हो कर बबलू व हरवंश ने आसपास कीटनाशक मिला खाद्य पदार्थ बिखेर दिया, जिसे पक्षियों ने खा लिया जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद वन रक्षक ने तहरीर पुलिस को दी। जिस पर पुलिस ने पक्षियों की हत्या, पशु क्रूरता अधिनियम, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृत चिड़ियों को पोस्टमार्टम के लिए बरेली आईवीआरआई रिसर्च सेंटर भेजा गया है।

 

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