बुवि के 65 शिक्षक व छात्रों ने शुरू की 163 किमी लंबी साइकिल यात्रा
बुंदेलखंड के स्वतंत्रता सेनानियों का करेंगे अध्ययन
झांसी, 17 मार्च (हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को एक साइकिल यात्रा शुरू की। इस यात्रा के माध्यम से छात्र बुंदेलखंड के उन स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी करने निकले हैं जिनके बारे में इतिहास में बहुत कम लिखा गया है। 163 किलोमीटर की यह 4 दिवसीय यात्रा वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई झांसी के ऐतिहासिक दुर्ग की तलहटी से शुरू हुई। जिलाधिकारी अविनाश कुमार और कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा यह साइकिल यात्रा बुंदेलखंड के पर्यटन स्थलों, गांव से जुड़े स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए शुरू की गई है। इस यात्रा में शिक्षक समेत 65 विद्यार्थी शामिल हैं। यह यात्रा राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की जन्मस्थली चिरगांव से होते हुए गढ़कुंडार के किले तक पहुंचेगी। यहां से साइकिल यात्रा ओरछा पहुंचेगी। इस यात्रा में पड़ने वाले सभी गांवों में यात्रा रुकेगी और उस गांव के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी एकत्रित करेगी। इस पर एक किताब प्रकाशित करने की भी योजना है।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के दिशा-निर्देशन में यह साइकिल यात्रा शुरू की गई है। लगभग 165 किलोमीटर की यह यात्रा 20 मार्च को खत्म होगी। इस यात्रा के माध्यम से बुंदेलखंड के पर्यटन स्थल और गांव में रह रहे स्वतंत्रता सेनानियों और क्रान्तिकारियों के बारे में जानकारी एकत्रित की जायेगी। इस यात्रा का उद्देश्य उन लोगों के बारे में जानकारी एकत्रित करना है जिन्हें इतिहास के पन्नों में उचित स्थान नहीं मिल सका है।