उत्तर प्रदेश में बीते दो तीन दिनों से हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश की वजह से हुए हादसों में अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है। सबसे ज्यादा नुकसान ब्रज क्षेत्र में हुआ, जहां पिछले 36 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से 19 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि मध्य भारत में उत्पन्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले दो से तीन दिन तक उत्तर प्रदेश में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। इसी को देखते हुए कई जिलों में स्कूल बंद की घोषणा की गई है।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि मध्य भारत में उत्पन्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले दो से तीन दिन तक उत्तर प्रदेश में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, यह दबाव क्षेत्र ग्वालियर के पास शहर से लगभग 50 किलोमीटर उत्तर में और आगरा से 60 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है। अगले 24 घंटे में इसके उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है। इसकी वजह से पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। IMD ने इसके लिए चेतावनी भी जारी की है।
मौसम विभाग द्वारा दी गई बारिश की चेतावनी को देखते हुए आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और एटा, फर्रुखाबाद, हमीरपुर, औरैया, कन्नौज, जालौन, अलीगढ़, हाथरस और बहराइच, सीतापुर, हरदोई और अमरोहा में शुक्रवार को कक्षा 12 तक के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। ताकि भारी बारिश के चलते बच्चों को स्कूल जाते हुए परेशानियों का सामना न करना पड़े।
बता दें कि मंगलवार से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला गुरूवार रात तक जारी रहा। इस दौरान कई जगह हादसे देखने को मिले, मैनपुरी में अलग अलग हादसों में पांच लोगों की जान चली गई। एटा में अलग-अलग क्षेत्रों में मकान गिरने से दबकर तीन लोगों की मौत हो गई। इसी तरह फिरोजाबाद में मकान की दीवार गिरने सेदो लोगों की मौत हो गई। कासगंज के पटियाली क्षेत्र में दो जगहों पर दीवार गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। मथुरा में घर गिरने से दो लोगों की जान चली गई। वहीं वृंदावन में भी दीवार गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई. अलीगढ़ और आगरा में भी एक-एक की मौतें हुईं। मौसम विभाग ने बारिश की वजह से हो रहे हादसों को देखते हुए लोगों को अलर्ट रहने की भी चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर (मिमी) के बीच वर्षा को ‘भारी बारिश’ माना जाता है जबकि 115.6 मिमी से 204.4 मिमी के बीच बारिश को ‘‘बहुत भारी” तथा 204.5 मिमी से अधिक वर्षा को ‘‘अत्यंत भारी” बारिश माना जाता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आने को लेकर मध्यम से भारी खतरे की चेतावनी दी है। आईएमडी ने कहा कि वर्षा के कारण निचले और पूरी तरह से जलमग्न क्षेत्रों में बाढ़ आ सकती है। भारी वर्षा के कारण स्थानीय स्तर पर सड़कें जलमग्न हो सकती हैं, निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है और विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में अंडरपास बंद हो सकते हैं। आईएमडी ने कहा कि सड़कों पर पानी भर जाने के कारण यातायात बाधित होने की संभावना है और कुछ इलाकों में दृश्यता कम हो सकती है। कच्ची सड़कों और कमजोर संरचनाओं को मामूली नुकसान होने की संभावना है, साथ ही बारिश और हवा के कारण भूस्खलन और फसलों को नुकसान होने की भी आशंका है।