लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए प्रचार आठ राज्यों की 49 संसदीय क्षेत्रों में कल शनिवार की शाम को थम जाएगा।
इन राज्यों की हाई प्रोफाइल सीटों पर राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं की ओर से पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जोरदार प्रचार अभियान चल रहा है। इन 49 संसदीय सीटों पर 695 उम्मीदवार अपनी किस्तम आजमा रहे हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद नेता रोहिणी आचार्य और चिराग पासवान जैसे नेता शामिल हैं।
पांचवें चरण के लिए मतदान 20 मई को होना है। लिहाजा कल 18 मई की शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इस चरण में सबसे अधिक 14 सीटों पर मतदान उत्तर प्रदेश में हैं जबकि महाराष्ट्र में 13 सीटों पर मतदान कराया जाएगा। इनके अलावा बिहार में पांच, झारखंड में तीन, ओडिशा में पांच, पश्मिच बंगाल में सात, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में एक-एक सीटों पर मतदान होना है। इन चरण में भाजपा, कांग्रेस, राजद, टीएमसी, सपा, बसपा, शिवसेना, एनसीपी आदि दलों की अग्नि परीक्षा होनी है।
इसी चरण में अमेठी और रायबरेली में भी मतदान है। रायबरेली से राहुल गांधी चुनाव मैदान हैं, जहां उनके सामने अपनी मां सोनिया गांधी की सीट को बचाने की चुनौती है। उसी तरह से कांग्रेस के सामने गांधी परिवार की सियासी जमीन रही अमेठी वापस लौटाने की भी चुनौती है। इसी तरह से कभी लालू प्रसाद यादव की सारण सीट रही है। उसे उनकी बेटी रोहिणी आचार्य फिर से काबिज होना चाहती हैं।
पांचवें चरण के लिए 20 मई को होने वाले मतदान में भाजपा के पास वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के चुनाव में जीतीं कई ऐसी सीटें जिन पर वह हैट्रिक बनाने के फिराक में है। हैट्रिक के लिए भाजपा विपक्षी दलों की जबरदस्त घेराबंदी को अपने प्रचार अभियान से धराशाही करने में लगी है।
भाजपा की ओर से हर संसदीय क्षेत्र में दिग्गज नेताओं की ओर से निरंतर प्रचार किया किया जा रहा है। इस चरण की 49 सीटों का सियासी समीकरण इस तरह से है कि वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा ने 40 सीटों पर चुनाव लड़कर 32 सीटें हासिल की थीं।
लिहाजा भाजपा इस किले को बचाने के लिए कोई कसर छोड़ने वाली नहीं हैं। 49 सीटों में से 32 सीटें भाजपा की झोली में जाने के बाद एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी जबकि जेडीयू को एक, एलजेपी को एक, शिवसेना को सात, बीजेडी को एक, नेशनल कांफ्रेंस को एक और टीएमसी को चार सीटें मिली थीं।
कुल मिलाकर चार चरणों में 379 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। अब तीन चरणों का मतदान बाकी रह गया है। इसलिए अब हर चरण के मतदान में अपनी बढ़त के लिए राजनीतिक दल प्रचार के लिए जोर लगा रही हैं।