हिंदू धर्म में सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित किया जाता है और भगवान शिव की उपासना के लिए सावन मास को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो जाएंगी। सावन की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा का भी आगाज़ हो जाएगा। इस यात्रा को संपन्न कराने के लिए योगी सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली है। इसी के मद्देनजर शनिवार को प्रयागराज पुलिस लाइन सभागार में प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने एक समीक्षा बैठक की। इस यात्रा में उन्होंने कांवड़ यात्रा के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किए।
बता दें कि 4 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए तैयारियां तेज हो गई है। योगी आदित्यनाथ के निर्देश के मुताबिक कावंड़यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं, कावंड़ियों और दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा। इस यात्रा को शांति से पूरा कराने के लिए कल प्रमुख सचिव और पुलिस महानिदेशक ने समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने बताया कि इस बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान साफ सफाई की व्यवस्था, रूट डायवर्जन, चिकित्सा व्यवस्था आदि बिंदुओं पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान पूर्व की भांति यात्रा मार्ग में मांस मदिरा की दुकानें बंद रहेंगी।
प्रमुख सचिव (गृह) ने बताया कि कावंड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं, कावंड़ियों और दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये, यह सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। घाटों, मार्गों और शिवालयों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने के साथ ही पीएस सिस्टम की भी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा गया है। घाटों पर गोताखोर और जल पुलिस की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था बनाये रखने के साथ ही मोबाइल शौचालय और प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि कावंड़ यात्रा के समय किसी भी प्रकार की दुर्घटना ना हो, यह सुनिश्चित किया जाए और और रूट डायवर्जन का कड़ाई से पालन किया जाए। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ मार्गों और घाटों पर निरंतर गश्त की व्यवस्था बनाए रखें। बैठक में प्रयागराज, कानपुर, झांसी और चित्रकूट मंडल के मंडलायुक्त, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए। इन सभी को यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने के निर्देश दिए गए।