प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों और मंत्रालयों के अधिकारियों से कहा है कि 31 मार्च का इंतजार न करें, 26 जनवरी तक सभी कार्य खत्म करें।
उन्होंने सभी मंत्रालयों को अपनी परियोजनाओं की सूची सौंपने को कहा है, जिसका काम पूरा होने वाला है और नए कार्यों का शिलान्यास होना है। 26 जनवरी तक वह 500 परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास करेंगे।
मंत्री परिषद की सोमवार की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने ढांचागत क्षेत्र के मंत्रालयों की समीक्षा की। इसमें रेलवे, विदेश, वित्त एवं सड़क परिवहन मंत्रालय शामिल थे। इन चारों मंत्रालयों के सचिवों ने प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। दरअसल प्रधानमंत्री अपना दूसरा कार्यकाल समाप्त होने से पहले जनता से किए गए सभी वायदों को पूरा करना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालय की जानकारी देने को कहा।
जिन मंत्रालय की योजनाओं पर काम चल रहा है, उसे 26 जनवरी से पहले पूरा करने को कहा और 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की ओर ले जाने वाली दूरदृष्टि वाली योजनाओं को तैयार करने को कहा, जिनका शिलान्यास किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा, सरकारी अफसरों की मानसिकता 31 मार्च को ध्यान में रखकर कार्य करने की बनी हुई है। अधिकारी वित्त वर्ष को भी ध्यान में क्यों रखते हैं? अफसरों को और मंत्रियों को दूरदृष्टि की सोच रखनी चाहिए।
शुरुआत चार राज्यों की 50 परियोजनाओं के उद्घाटन से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 500 योजनाओं के उद्घाटन या शिलान्यास करने की यात्रा की शुरुआत सात जुलाई से करेंगे। वह सात और आठ जुलाई को उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान का दौरा करेंगे।
इस दौरान करीब 50 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। उत्तर प्रदेश को छोड़कर इन सभी राज्यों में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बनारस और आठ जुलाई को तेलंगाना एवं राजस्थान जाएंगे।