रायबरेली के डलमऊ थाने में तैनात कांस्टेबल प्रदीप यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हां वह खुलेआम 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए नजर आ रहे हैं। घूसखोर सिपाही रिश्वत लेने के बाद भी काम करने को तैयार नहीं है। वह पीड़ित से कुछ और पैसों का इंतजाम करने को कह रहा है। य सिपाही को वीडियो में यह कहते हुए सुना गया कि यह रुपये कोतवाल साहब तक भी पहुंच जाएंगे।
इस घटना के बाद यूपी कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया। यूपी कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है, ”रायबरेली में एक सिपाही जी खुलेआम जेब गरम कर रहे हैं। 3000 रुपये लेने के बाद भी उनका पेट नहीं भरा है, उनका कहना है कि इसमें कोतवाल साहब का भी कट शामिल है। कोतवाल साहब कह सकते हैं कि एसपी साहब का भी हिस्सा है। एसपी साहब अपने ऊपर वाले का भी नाम बता देंगे। यानी, ये पूरी चैन बनी हुई है। हर चौकी से थाने को, थाने से जिले को और जिले से प्रदेश को हिस्सा आना ही चाहिए। चाहे जनता को न्याय मिले या न मिले। पब्लिक का कोई काम हो या न हो। क्योंकि, भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार ही सदाचार है।”
रायबरेली पुलिस ने वायरल वीडियो में रुपये लेने वाले सिपाही को पहले ही निलंबित करने की बात कही गई है। रायबरेली पुलिस ने सफाई देते हुए लिखा कि सिपाही प्रदीप यादव को निलंबित किया जा चुका है और मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सलोन को सौंपी गई है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि बातचीत में कोतवाल के हिस्से की बात भी कही जा रही है।