उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ब्रह्म दत्त हत्याकांड के आरोपी संजीव माहेश्वरी जीवा की सिविल कोर्ट में गोलीमार कर हत्या करने वाले शूटर विजय यादव को पुलिस ने 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर रखा है। रिमांड के पहले दिन पुलिस की अलग-अलग टीमों ने विजय यादव से लंबी पूछताछ की। देर रात चौक थाने में विवेचक, पुलिस अफसरों ने भी विजय से पूछताछ की। घंटों की पूछताछ में शूटर पुराने बयान दोहराता रहा। उसने पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं दी। शूटर साजिशकर्ता के नाम पर खामोश रहा और अधिकतर सवालों में पुलिस को गुमराह करता रहा है।
बता दें कि, पुलिस ने शूटर विजय यादव को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर रखने की याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने पुलिस की रिमांड अर्जी को मंजूर करते हुए शूटर विजय को रिमांड पर 3 दिन के लिए पुलिस को सौंप दिया। विजय यादव 17 जून तक विजय पुलिस रिमांड में रहेंगा। रिमांड के पहले दिन पुलिस की अलग-अलग टीमों ने विजय यादव से लंबी पूछताछ की। शुरुआती पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर विजय यादव को कैसरबाग बस अड्डा और कोर्ट रूम में ले जाया जा सकता है। विजय को नेपाल और बिहार भी ले जाने की तैयारी है। मात्र 3 दिन की रिमांड में जीवा के शूटर को बाहर ले जाना मुश्किल लग रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विजय यादव की रिमांड बढ़ाने के लिए अदालत का दरवाजा फिर खटखटाया जा सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस लगातार शूटर से सवाल कर रही है। लेकिन विजय पुलिस द्वारा पूछे जा रहे सवालों का सही जवाब नहीं दे रहा और न ही पूछताछ में सहयोग कर दे रहा है। पुलिस शूटर से हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता के बारे में जानना चाहती है। मुख्य साजिशकर्ता के बारे में पूछताछ करने पर विजय ने असलम का नाम लिया है। वहीं, विजय पुलिस के अधिकतर सवालों में पुलिस को गुमराह करता रहा है और बीच-बीच में विजय तबीयत खराब होने का बहाना कर पुलिस के सवालों से बचने की कोशिश कर रहा है।