भारत का नया संसद भवन बनकर तैयार हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि नव निर्मित संसद भवन का औपचारिक उद्घाटन इस महीने के अंत तक किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई पार्लियामेंट बिल्डिंग (संसद भवन) का उद्धाटन 28 मई को करेंगे। नए संसद भवन के सिविल स्ट्रक्चर की सफाई शुरू हो गई है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनी ये बिल्डिंग प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया। आइए जानते हैं देश के नए संसद भवन का निर्माण कब शुरू हुआ, इसकी कितनी लागत आई और इस बिल्डिंग में क्या विशेषताएं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। तब पीएम मोदी ने कहा था कि देश के संसद भवन के निर्माण की शुरुआत हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं के सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। त्रिकोणीय आकार के संसद भवन का निर्माण 15 जनवरी 2021 में शुरू हुआ था। इस बिल्डिंग में देश की लोकतांत्रिक विरासत, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग के साथ एक भव्य संविधान कक्ष भी बनाया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी 26 मई को 970 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बने नए संसद का उद्घाटन करने जा रहे है। सूत्रों ने कहा कि ऐसी अटकलें हैं कि G20 देशों के संसदों के अध्यक्षों की बैठक इस साल के अंत में नए भवन में हो सकती है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
64,500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बने इस नए संसद भवन में तीन एंट्री गेट बनाए गए हैं। इनका नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार रखा गया है। इसमें सांसदों, VIP और विजिटर्स के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बने हुए है। इसमें एक अन्य आकर्षण कांस्टीट्यूशन हॉल है, जिसे देश की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए बनाया गया है। नए भवन को भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला से मिलाकर सजाया जाएगा। डिज़ाइन योजना में केन्द्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है। आम लोग इसे देख सकेंगे। इस संसद भवन में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और देश के अन्य प्रधानमंत्रियों के तस्वीर होंगे।