उत्तर प्रदेश को अयोध्या में बन रहे दिव्य और भव्य राम मंदिर का काम जल्द पूरा हो जाएगा। भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा अगले वर्ष 22 जनवरी को होगी और 20 से 24 जनवरी के बीच किसी भी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे जुड़े समारोह में सम्मिलित होंगे। इस कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियों की जा रही है ताकि समारोह को बेहद भव्य बनाया जाए। इस समारोह में देशभर से बड़ी संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद है और करीब एक दिन में 75 हजार लोग आसानी से राम मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए इंतजाम किए गए है।
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम की तैयारियां की जा रही है। जहां भारी संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद है। जिनकी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है। साथ ही एक दिन में करीब 75 हजार लोगों के आसानी से दर्शन करने का इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी से राम मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा, जिसके बाद सालों से इंतजार कर रहे रामभक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर में आने वाले भक्तों के दर्शन करने के लिए खास इंतजाम किए गए है। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर 160 खंभे लगाए गए हैं। एक व्यक्ति को दर्शन करने के लिए करीब 15 से 20 सेकेंड का समय मिल पाएगा पर उन्हें संतोष इसलिए होगा क्योंकि मंदिर में भी वहां तक पहुंचने के दौरान वह कई स्थलों व मंडपों से होकर गुजरेंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण पर अब तक 900 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं और ऐसा अनुमान है कि पूरे मंदिर और परिसर के निर्माण में लगभग 1,700 से 1,800 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। मंदिर के पहले का चरण का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। जो साधु-संत इस विद्या में निपुण हैं, उन लोगों की राय से यह प्रारंभ किया जाएगा।