उत्तर प्रदेश में 22 दिसंबर को प्रस्तावित पीसीएस प्री परीक्षा 2024 को लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड में हैं। इस सिलसिले में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा 75 जिलों में कुल 1331 परीक्षा केन्द्रों पर होगी। परीक्षा को सकुशल नकलविहीन और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी करा ली जायें।
मुख्य सचिव ने निर्देश जारी किए कि प्रश्न पत्र लीक न हो इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि परीक्षा में सही अभ्यर्थी बैठे और सही प्रश्न-पत्र परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचे। किसी भी परीक्षा केन्द्र पर अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य उपकरण क्रियाशील होने चाहिये। जिला स्तर पर आयोग से समन्वय स्थापित करने के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद एवं केन्द्र स्तर पर परीक्षा ड्यूटी में सम्बद्ध सभी सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्य समय से सुनिश्चित करा लिया जाए।
मुख्य सचिव मनोज कुमार ने कहा कि पुलिस विभाग, एसटीएफ व एलआईयू द्वारा अफवाह फैलाने वाले व नकल माफियाओं पर नजर रखी जाए। इसके अलावा सोशल मीडिया आदि पर अफवाह फैलाने वालों पर सतत निगरानी रखी जाये। परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने अथवा अनुचित साधनों का प्रयोग की स्थिति में नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाये। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक एम देवराज, एडीजी एलओ एसटीएफ अमिताभ यश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इसके अलावा वीडियो कॉफ्रेन्सिंग के माध्यम से सचिव उप्र लोक सेवा आयोग के सचिव भी बैठक में उपस्थित थे।