एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के मंगलवार को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, भारत 2026-27 में अनुमानित 7 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि के साथ 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
अपने “ग्लोबल क्रेडिट आउटलुक 2024” में, एसएंडपी ने कहा: “हम भारत को 2026-27 वित्तीय वर्ष में 7 प्रतिशत तक पहुंचते हुए देखते हैं… भारत 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है, और हमें उम्मीद है कि भारत अगले तीन वर्षों में सबसे तेज विकास करने वाला अर्थव्यवस्था होगा।”
एसएंडपी ने कहा कि 2023-24 में भारत की विकास दर 6.4 फीसदी रहने की उम्मीद है और 2024-25 में विकास दर 6.4 फीसदी होगी। इसके बाद अगले साल 6.9 फीसदी और 2026-27 में 7 फीसदी की तेजी आने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “एक मजबूत लॉजिस्टिक्स ढांचा भारत को सेवा-प्रधान अर्थव्यवस्था से विनिर्माण-प्रमुख अर्थव्यवस्था में बदलने में महत्वपूर्ण होगा।”
श्रम बाजार की संभावनाओं को अनलॉक करना काफी हद तक श्रमिकों के कौशल को बढ़ाने और कार्यबल में महिला भागीदारी बढ़ाने पर निर्भर करेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है, “इन दोनों क्षेत्रों में सफलता भारत को अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का एहसास करने में सक्षम बनाएगी।”
एसएंडपी को यह भी उम्मीद है कि अगले दशक में भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में विस्तार को बढ़ावा देने के लिए घरेलू डिजिटल बाजार में तेजी आएगी, खासकर वित्तीय और उपभोक्ता प्रौद्योगिकी में।
रिपोर्ट भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र को लेकर भी आशावादी है और उम्मीद करती है कि बुनियादी ढांचे, निवेश और नवाचार के आधार पर देश के ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा।