अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में है। इसको लेकर प्रदेश के सीएम ने कई बड़ी मीटिंग भी की है, जिसमें अलग अलग कई अहम फैसले लिए गए हैं। राम मंदिर उद्घाटन को लेकर भक्तों में काफी उत्साह है। देश के कोने-कोने से लोग रामलला का दर्शन करने अयोध्या पहुंच रहे हैं। इन्हीं राम भक्त में एक हैं मुर्तना, जो कर्नाटक से पैदल चल कर अयोध्या श्रीराम के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। मुर्तना ने खुद को गांधी जी के गेटअप तैयार किया है। उनके हाथ में लाठी और आंखों पर बापू जैसा गोल शीशे का चश्मा है। मुर्तना ने बदन पर गांधी जी की तरह ही धोती लपेटे हुए हैं। इस समय वह यूपी के प्रयागराज तक अपनी यात्रा पूरी कर चुके हैं। उनका एक ही उद्देश्य है, वे 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचना चाहते हैं।
50 साल के मुर्तना कर्नाटक के निवासी हैं। इस उम्र के होने के बाद भी उनका हौसला इतना बुलंद है कि कर्णाटक से करीब 2000 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर वे अयोध्या पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने अपने पैदल यात्रा की शुरुआत 12 दिसम्बर 2023 से की है और वह अभी प्रयागराज पहुंचे हैं। इस समय यूपी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, ऐसे में उनके बदन पर महज सिर्फ एक पतली धोती है। हालांकि, अब प्रयागराज के बाद उनके लक्ष्य की दूरी 170 किलोमीटर ही बची है, जिसको वे करीब तीन से चार दिन में पूरी कर लेंगे।
जानकरी के अनुसार, मुर्तना शादीशुदा हैं। उनकी एक बेटी भी है। उन्होंने बीते 12 दिसंबर 2023 को अयोध्या के लिए अपनी पैदल यात्रा शुरू की थी। और उम्मीद है, ये 12 जनवरी तक अयोध्या पहुंचेंगे जिसके बाद उनकी यात्रा समाप्त हो जाएगी। कल यानी सोमवार को संगम नगरी प्रयागराज पहुंचकर मुर्तना ने कमिश्नर से मुलाकात की, जहां उन्हें माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। साथ ही, कमिश्नर ऑफिस से उन्हें कपड़े देते हुए पहनने की अपील की भी गई। हालांकि, इसपर मुर्तना ने जवाब देते हुए कहा कि उनके पास जीतने कपड़े हैं वे पर्याप्त हैं। वहीं, VHP के एक कार्यकर्ता ने उनको प्रयागराज में ठहरने के लिए आश्रय दिया।