1993 के मुंबई दंगों के सिलसिले में 31 साल से फरार 65 वर्षीय व्यक्ति को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। आरोपी सैय्यद नादिर शाह अब्बास खान को रफी अहमद किदवई मार्ग पुलिस की एक टीम ने मुंबई के सेवरी इलाके से पकड़ा था। खान कथित तौर पर दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद मुंबई में हुए दंगों में शामिल थे। उन पर शहर में दंगों के दौरान हत्या के प्रयास और गैरकानूनी सभा का आरोप लगाया गया था। खान को उस समय गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद वह कभी अदालत में उपस्थित नहीं हुए।
इसके बाद अदालत ने खान को वांछित आरोपी घोषित कर दिया और उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। पुलिस कई बार सेवरी स्थित इस आवास पर गई लेकिन वह नहीं मिला। उसके रिश्तेदारों के फोन रिकॉर्ड की जांच करने के बाद आखिरकार उन्हें उसके ठिकाने के बारे में सुराग मिल गया। रफी अहमद किदवई मार्ग पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को 29 जून को जानकारी मिली कि खान अपने सेवरी आवास पर आएंगे। पुलिस ने जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बॉम्बे दंगे दिसंबर 1992 और जनवरी 1993 के बीच हुए। इतिहासकार बारबरा मेटकाफ के अनुसार, दंगों के दौरान लगभग 900 लोग मारे गए। उनके अनुमान के अनुसार, मरने वालों में अधिकांश मुस्लिम थे, उसके बाद हिंदू थे।
बई में एक टैक्सी ड्राइवर राजेश जयसवाल को मामले के सिलसिले में सत्र अदालतों ने बरी कर दिया था। एचटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, मामले में आरोपी के रूप में नामित होने के बाद, 15 अन्य लोग तीन दशक बाद भी फरार बताए जा रहे हैं।