पीएम मोदी ने कहा कि हमारे एमएसएम, लघु उद्योग के लिए बैंक सबसे बड़े सहायक होते हैं। उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पैसों की जरूरत होती है। इसके लिए बैंक बेहतर काम कर रहे हैं।
आज हमने गवर्नेंस के मॉडल को बदला है, आज सरकार खुद लाभार्थी के घर जाती है, सरकार खुद लोगों को पानी पहुंचाती है, उन्हें बिजली मुहैया कराती है। बड़े रिफॉर्म के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। आज पर्यटन क्षेत्र हो, MSMEs सेक्टर हो, शिक्षा हो, ट्रांसपोर्ट सेक्टर हो, खेल सेक्टर हो या खेती-किसानी का सेक्टर हो, हर क्षेत्र में एक नया आधुनिक सिस्टम बन रहा है।
पीएम ने कहालोगों के जीवन में सरकार का दखल कम हो, इस दिशा में भी हमने काम किया है। हमने देशवासियों के लिए 1,500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया, ताकि कानूनों के जंजाल में देशवासियों को फंसना न पड़े।
देश में नई व्यवस्था बन रही है। देश को आगे ले जाने के लिए नीतियां बनाई जा रही है। युवाओं में इसके चलते आत्मविश्वास और नई चेतना बढ़ी है। आज विश्व में भारत की साख बढ़ी है। नई संभावनाएं बढ़ी हैं।
मेरे देश के युवाओं को इंक्रीमेंटल प्रगति में विश्वास है। यह भारत के लिए स्वर्णिम काल है, हमें इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए। इस मौके को लेकर हम अपने सपने और संकल्प के साथ आगे बढ़ेंगे तो हम अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे।
हमने सेल्फ हेल्प ग्रुप (स्वयं सहायता ग्रुप) को 10 लाख से 20 रुपए देने का निर्णय किया है। अबतक 9 लाख करोड़ रुपए बैंकों के माध्यम से हमारे इन महिला स्वयं समूह ग्रुप को मिले हैं। जिसकी मदद से महिलाएं अनेक वित्तीय कार्यों को बढ़ा रही हैं।
हमने बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए अनेक रिफॉर्म किए। आज उसके कारण हमारे बैंक विश्व के अग्रणी बैंकों में अपना स्थान बना चुके हैं। जब बैंक मजबूत होते हैं, तो फॉर्मल इकोनॉमी की ताकत भी बढ़ती है।