22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारियों तेजी से चल रही है। अब अयोध्या में राम लला की स्थापनों को एक महीने से भी कम का समय बचा है। इस बीच मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख पर चंपत राय का बड़ा बयान आया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने शुक्रवार को 22 जनवरी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी 15 अगस्त 1947 (स्वतंत्रता दिवस) था।
राम जन्मभूमि मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह से पहले श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अगले साल 22 जनवरी की तुलना भारत की आजादी से की यानी 15 अगस्त से की है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चंपत राय ने कहा, “22 जनवरी उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी 15 अगस्त 1947 था, जितना कारगिल को वापस हासिल करना था, जितना 1971 में एक लाख सैनिकों को हिरात में लेना महत्वपूर्ण था, यह उतना ही महत्वपूर्ण है।”
इसी के साथ मंदिर निर्माण पर चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर अयोध्या के लोगों में संतुष्टि की भावना है, जो ‘भारत को एकजुट करने का साधन’ बन गया है।
उन्होंने कहा, “संतोष की अनुभूति होती है। 1983 के बाद पूरे भारत से अयोध्या के लोग, आस-पड़ोस की छोटी-छोटी रियासतें, पुजारी, शिक्षक और सभी साधु-संत इससे जुड़ने लगे। जो विषय सिर्फ अयोध्या तक ही सीमित था। यह पूरे देश के सम्मान का विषय बन गया है।”
श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने अगले साल 22 जनवरी को दोपहर में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला को विराजमान करने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी सहित देशभर के करीब 4 हजार संत शामिल होंगे।