ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन रविवार को यहां भारत को 6 विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से अपने नाम कर ली। साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल में भी प्रवेश पा लिया है।

ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में भारत को 157 रन पर समेट दिया,जिससे मेजबान टीम को 162 रन का लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया ने यह लक्ष्य मात्र 27वें ओवर में मात्र 4 विकेट गंवाने के बाद हासिल कर लिया।

दूसरी पारी में प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन तथा मोहम्मद सिराज ने एक विकेट लिया।

ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्द ने सलामी बल्लेबाज सैम कोन्सटास (22), मार्नस लाबुशेन (06) और स्टीव स्मिथ (04) को जल्दी-जल्दी आउट किया। मोहम्मद सिराज ने उस्मान ख्वाजा को 41 रन पर आउट किया।

मैच के आखिर में बो वेबस्टर 39 रन तथा ट्रेविस हेड 34 रन बनाकर नाबाद रहे।

पीठ में जकड़न के कारण बुमराह की अनुपस्थिति से भारत को काफी नुकसान हुआ।

दूसरी पारी में उन्होंने एक भी ओवर हीं फेंका।

इससे पहले स्कॉट बोलैंड (45 रन पर छह विकेट) और कप्तान पैट कमिंस (44 रन पर तीन विकेट) ने दूसरी पारी में भारत को 39.5 ओवर में सिर्फ 157 रन पर ढेर कर दिया।

अगर ऋषभ पंत के 61 और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के 22 रन को निकाल दिया जाए तो अन्य नौ खिलाड़ियों ने सामूहिक रूप से 74 रन का योगदान दिया।

भारतीय टीम ने सुबह के सत्र में सिर्फ 16 रन जोड़कर अपने बाकी बचे चार विकेट भी गंवा दिए।

ऑस्ट्रेलिया को अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने और 11 से 15 जून तक लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए 91 रन की और जरूरत है।

भारतीय गेंदबाजों ने सुबह के सत्र में तीन विकेट जरूर लिए लेकिन छोटे लक्ष्य का बचाव करते हुए उन्होंने कई ढीली गेंदें फेंकी। मोहम्मद सिराज ने लगातार पैड पर गेंदबाजी की जिससे मेजबान टीम ने आसानी से रन बनाए।

कोन्सटास ने आक्रामक रुख अपनाया और कुछ आकर्षक शॉट लगाए लेकिन इसके बाद कृष्णा की गेंद पर मिड ऑफ पर वाशिंगटन सुंदर को कैच दे बैठे।

कृष्णा ने इसके बाद अपनी लाइन और लेंथ से लाबुशेन को चौंका दिया जिन्होंने गली में जायसवाल को आसान कैच थमाया।

स्मिथ जब 10 हजार टेस्ट रन से सिर्फ एक रन दूर थे तब कृष्णा की गेंद पर गली में जायसवाल ने उनका शानदार कैच लपका।

मैच की समाप्ति पर ट्रैविस हेड ने कहा, टीम के लिए योगदान देकर अच्छा लग रहा है, हाालंकि मैं परिणाम के बारे में इतना नहीं सोच रहा था। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली सीरीज़ काफ़ी अच्छी खेली थी इसलिए उन्हें हराना हमारे लिए आसान नहीं रहने वाला था।
बो वेब्स्टर ने कहा ऐसे क्राउड के सामने खेलना काफ़ी रोमांचकारी है। इस पूरी सीरीज़ में ही अलग अनुभव रहे। और इसके लिए हम प्रशंसकों के शुक्रगुज़ार है।

इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल में भी प्रवेश पा लिया है। फ़ाइनल में अब उसका सामना साउथ अफ़्रीका से होगा।

इस पूरी सीरीज़ में अगर किसी एक खिलाड़ी ने पूर्ण रूप से प्रभावित किया तो वह जसप्रीत बुमराह थे। हालांकि भारत के लिहाज़ से नीतीश कुमार रेड्डी सकारात्मक पहलू रहे जिन्होंने मेलबर्न में शतक जड़ा, जबकि जायसवाल ने भी अच्छा प्ररदर्शन किया लेकिन बुमराह के अलावा तमाम अन्य प्रदर्शन निरंतरता के साथ नहीं आए।

राहुल के इस सीरीज़ की शुरुआत काफ़ी अच्छी रही थी लेकिन वह भी सीरीज़ के अंत में ढीले पड़ गए। पिछले दौरे के दो बड़े हीरो शुभमन गिल और ऋषभ पंत कुछ ख़ास नहीं कर पाए। हालांकि पंत ने अंतिम मैच में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अंत में भारत को हार हाथ लगी।

जसप्रीत बुमराह को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया है, बुमराह ने इस सीरीज़ में 32 विकेट चटकाए। जबकि स्कॉट बोलैंड को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया, उन्होंने दूसरी पारी में छह जबकि मैच में कुल 10 विकेट चटकाए।

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